अलकायदा के इंडियन सब कॉन्टिनेंट मॉड्यूल के झारखंड मॉड्यूल का नेतृत्व कर रहा मदरसे का मौलवी और डॉक्टर

सीमावर्ती कई जिलों में आतंकियों के स्लीपर सेल एक्टिव, युवाओं को कट्टरपंथी बनाना था मकसद

बांग्लादेश बॉर्डर से अशोक झा: आपके आसपास कोई संदिग्ध या नया आदमी दिखाई दे तो पुलिस को इसकी जानकारी दे। हो सकता है की जी आपका पड़ोसी हो वह आतंकी संगठन से जुड़ा कोई स्लीपर सेल या सरगना न हो। कुछ इसी प्रकार की बात बिहार, बंगाल और बांग्लादेश सीमांत झारखंड के थाना क्षेत्र में हो रही है। इसका कारण है भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचने की फिराक में जुटे अलकायदा के AQIS (अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेन्ट) आतंकी मॉड्यूल पर झारखंड ATS, दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने कार्रवाई । एंटी टेरर स्क्वाड (ATS) ने एक दिन पहले झारखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में कार्रवाई करते हुए 14 आतंकियों को गिरफ्तार किया। ATS की कार्रवाई के दौरान जानकारी सामने आई कि इनका सरगना डॉक्टर मोहम्मद इश्तियाक अहमद है, जो रांची में एक प्राइवेट अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट था। इस मॉड्यूल का संचालन रांची निवासी डॉ. इश्तियाक कर रहा था. इस मॉड्यूल का विस्तार राजस्थान और उत्तर प्रदेश तक कर लिया था. डॉ. इश्तियाक की मंशा भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की थी। जानकारी के अनुसार, अलकायदा के इंडियन सब कॉन्टिनेंट मॉड्यूल के झारखंड मॉड्यूल का नेतृत्व रांची के डॉ. इश्तियाक कर रहा था। उसकी देश के भीतर ‘खिलाफत’ की घोषणा करने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की मंशा थी. जानकारी के अनुसार इसे लेकर ही आतंकियों की ट्रेनिंग भी राजस्थान के भीवाड़ी में कराई जा रही थी. वहीं, ये भी जानकारी है कि राजस्थान के भिवाड़ी में जो 6 आतंकी हथियार के साथ पकड़े गए थे और सभी का कनेक्शन झारखंड से है। एटीएस ने एनआईए के साथ मिलकर रांची, लोहरदगा और हजारीबाग में की गई छापेमारी में कम से कम आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। राजस्थान-यूपी समेत कई राज्यों तक कर लिया था मॉड्यूल का विस्तार: इस मॉड्यूल का संचालन रांची निवासी डॉ. इश्तियाक कर रहा था और उसने इस मॉड्यूल का विस्तार राजस्थान और उत्तर प्रदेश तक कर लिया था। डॉ. इश्तियाक रांची के एक प्रतिष्ठित प्राइवेट हॉस्पिटल में सेवा दे रहा था। राजस्थान और उत्तर प्रदेश से भी इस मॉड्यूल के आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए आतंकियों के पास से एके-47 सहित कई हथियारों की बरामदगी की भी सूचना है। झारखंड के आईजी ऑपरेशन अमोल होमकर ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आठ लोगों से पूछताछ की जा रही है। युवाओं को कट्टरपंथी बनाना था मकसद: सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकियों के पास से कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए गए हैं। इन दस्तावेजों और उपकरणों की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ये लोग अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेन्ट का विस्तार कर इससे युवाओं को जोड़ने, उन्हें कट्टरपंथी बनाने, भारत में शरिया कानून स्थापित करने और बांग्लादेश के खिलाफ युद्ध छेड़ने जैसे विषयों पर काम कर रहे थे। एक्यूआईएस अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, म्यांमार और बांग्लादेश में सक्रिय है। इनकी योजना दिल्ली सहित कई शहरों में आतंकी वारदात अंजाम देने की थी। रांची में गिरफ्तार किए गए लोगों में एक मदरसे का मौलवी भी शामिल है।
झारखंड़ समेत बंगाल बिहार सीमावर्ती कई जिलों में आतंकियों के स्लीपर सेल एक्टिव: यह पहली बार नहीं है, जब झारखंड में आतंकी संगठनों से जुड़े लोग पकड़े गए हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बीते साल अक्टूबर में आईएसआईएस के तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से दो शाहनवाज आलम और रिजवान अशरफ झारखंड के रहने वाले हैं। इनमें से एक शाहनवाज आलम एनआईए का मोस्ट वांटेड था और उस पर तीन लाख रुपए का इनाम घोषित था। वह हजारीबाग शहर के पगमिल-पेलावल का रहने वाला है। एनआईए और एटीएस की जांच में पहले भी यह बात सामने आई है कि झारखंड के रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग, रामगढ़, लोहरदगा, पाकुड़, गढ़वा और गिरिडीह जिले में आतंकियों के स्लीपर सेल सक्रिय हैं।
देशभर से 14 आतंकवादी गिरफ्तार: बता दें कि अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट से जुड़े 14 लोगों को एटीएस ने अभी तक पूरे देश से गिरफ्तार किया है. झारखंड की राजधानी रांची के बरियातू जोड़ा तालाब के पास स्थित एक अपार्टमेंट में गुरुवार को एटीएस ने छापेमारी करते हुए एक फ्लैट से डॉक्टर इश्तियाक अहमद को गिरफ्तार किया। एटीएस की गिरफ्त में आया डॉ इश्तियाक अहमद रांची के रिम्स से एमबीबीएस किया था और रांची के ही मेडिका हॉस्पिटल में रेडियोलॉजिस्ट के पद पर कार्यरत था. जानकारी के अनुसार, इश्तियाक मूलरूप से जमशेदपुर का रहने वाला है।मेडिकल प्रोफेशन की आड़ में आतंकवाद: डॉ. इश्तियाक का हजारीबाग जिले में भी अपना क्लीनिक है. रांची के जोड़ा तालाब स्थित एके रेसिडेंसी अपार्टमेंट में फिलहाल वो रहा करता था. इश्तियाक भारत को इस्लामी राज्य की घोषणा का मंसूबा पाले हुए था. उसकी गिरफ्तारी बरियातू के जोड़ा तालाब स्थित के अपार्टमेंट से की गई है. वह मेडिका अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट था और बीते 6 साल से काम कर रहा था. इस दौरान 3 साल तक उसने फुल टाइम और तौर पर सेवाएं दी हैं। भारत को इस्लामी देश बनाने का मंसूबा: इनके पास से AK 47 भी बरामद हुआ था. वहीं, जानकारी के अनुसार इन युवकों को झारखंड से ही इश्तियाक को रांची भेजा गया था. बता दें कि पैगंबर मुहम्मद साहब के बाद के उनके उत्तराधिकारी खलीफा कहलाते हैं. ऐसा व्यक्ति जो इस्लामिक धर्म के कानून के अनुसार लोगों का नेतृत्व करता है वह खलीफा कहलाता है और उसके शासन को ‘खिलाफत’ कहा जाता है।
बुधवार देर रात से लेकर गुरुवार तक झारखंड के रांची, हजारीबाग व लोहरदगा के अलावा यूपी के अलीगढ़, राजस्थान के भिवाड़ी और ओडिशा समेत 18 ठिकानों पर दबिश दी गई। इस दौरान रांची में एक चिकित्सक डॉ इश्तियाक अहमद और हजारीबाग में युवक फैजान अहमद समेत आठ लोगों को पकड़ा गया। उधर, राजस्थान के भिवाड़ी से छह लोगों को दबोचा गया है, इनमें भी अधिकतर झारखंड से हैं। ये लोग यहां कथित तौर पर आतंकी ट्रेनिंग ले रहे थे। पेशे से चिकित्सक (रेडियोलॉजिस्ट) डॉ इश्तियाक एक्यूआईएस मॉड्यूल का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि इश्तियाक की मंशा भारत में ‘खिलाफत’ घोषित करने और बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देकर देश को दहलाने की थी। पकड़े गए संदिग्धों के पास से एके-47 समेत कई हथियार और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।रांची स्थित घर से दबोचा गया इश्तियाक: दिल्ली पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर एटीएस ने रांची के बरियातू जोड़ा तालाब के समीप अल-हसन रेसीडेंसी अपार्टमेंट से इश्तियाक को उसके घर से ही पकड़ लिया। इसके बाद उसके लैपटॉप और मोबाइल फोन की जांच की गई। जांच में कई संदिग्ध चीजें मिलने के बाद एटीएस उसे पूछताछ के लिये गुप्त ठिकाने पर ले गई। वहां पूछताछ कर यूपी, राजस्थान समेत अन्य शहरों में गतिविधि की जानकारी जुटाई गई। इसी जानकारी के आधार पर देश के अलग-अलग हिस्सों में दबिश दी गई। वहीं हजारीबाग से गिरफ्तार फैजान को तीन दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले जाया गया।हथियार, लैपटॉप से आतंकी दस्तावेज तक बरामद: झारखंड पुलिस के आईजी अभियान अमोल वी होमकर ने बताया कि दिल्ली पुलिस की सूचना पर चलाए जा रहे अभियान में राज्य में 16 जगहों पर दबिश दी गई। आठ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आईजी अभियान ने बताया कि संदिग्ध आतंकियों के पास से अवैध हथियार, लैपटॉप, मोबाइल फोन और संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए हैं। आईजी अभियान ने बताया कि संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ जारी है। वहीं दिल्ली पुलिस के पीआरओ सुमन नलवा ने भी बताया कि स्पेशल सेल ने खुफिया जानकारी के आधार पर तीन राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर एक ऑपरेशन चलाया। ऑपरेशन अभी जारी है। लिहाजा मॉड्यूल से जुड़े कई और संदिग्धों की तलाश की जा रही है।चान्हो से मदरसा के मुफ्ती समेत चार लोग दबोचे गए: एटीएस ने लोहरदगा में कुडू के हेंजला कौवाखाप में छापेमारी की। यहां अल्ताफ उर्फ इल्ताफ तो नहीं मिला, लेकिन छापेमारी में उसके घर से दो हथियार व कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले। वहीं रांची के चान्हो के बलसोकरा के मो मोदब्बीर पिता स्व मो नुमान, मो रिजवान पिता मो परवेज, चटवल के मफ्ती रहमतुल्लाह मजहिरी पिता मो खलील और पिपराटोली के मतिउर रहमान पिता इब्राहिम अंसारी को हिरासत में लिया है। मो मोदब्बीर, मो रिजवान, मु़फ्ती और मतीउर रहमान को उनके घर से, जबकि मुफ्ती को मदरसा से हिरासत में लिया गया। हिरासत में लिए गये रहमतुल्लाह चटवल के कुदरतनगर में जमीयतुल मोहसिनात नामक मदरसा चलाता है, वहीं मतीउर की बीजूपाड़ा चौक में कपड़े की दुकान है। मो मोदब्बीर बलसोकरा में वेब वर्ल्ड और मो रिजवान नंबर प्लेट और सीट कवर की दुकान चलाता है। वहीं पकरियो में भी छापेमारी की गई, लेकिन एनामुल अंसारी और शहबाज नहीं मिले।इन जगहों पर दबिश डॉ इश्तियाक अहमद, अल-हसन रेसीडेंसी, बरियातू, रांची, मो मोदब्बीर, बलसोकरा, चान्हो, रांची, मो रिजवान, चान्हो, रांची, मुफ्ती रहमतुल्लाह मजहिरी, चटवल, चान्हो, रांची, मतिउर रहमान, पिपराटोली, चान्हो, एनामुल अंसारी, पकोरियो, चान्हो, शहबाज, पकोरियो, चान्हो, रांची, फैजान अहमद, हजारीबाग, अल्ताफ अंसारी, हेंजला, लोहरदगा, यूपी के अलीगढ़ व ओडिशा में दबिश
राजस्थान के भिवाड़ी में भी छापा मारा जा रहा है।

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