महोबा के गांव में शराब की दुकान खोले जाने से नाराज महिलाओं ने आबकारी अधिकारी को पीटा
बोलीं- चाहें जो हो जाये ! गांव मे शराब की दूकान नहीं चलने देंगे
महोबा। बुंदेलखंड के महोबा में गांव के बीचो-बीच देशी शराब का ठेका संचालित होने से नाराज सैकडों महिलाओं ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट परिसर मे घुसकर जिला आबकारी अधिकारी को दौडा-दौडा कर पीटा। महिलाओं के आक्रोश को देखकर आबकारी अधिकारी ने डीएम के चैम्बर की तरफ भागकर अपनी जान बचाई।
महोबा के खन्ना थाना क्षेत्र के खमरिया गांव में आबकारी विभाग ने शराब की देसी दुकान का लाइसेंस निर्गत किया है । शराब की देसी दुकान गांव के बीचों-बीच आबादी में होने से शराब के लती युवक शराब पीकर महिलाओं के साथ आए दिन बदतमीजी और छेड़छाड़ कर रहे थे। इन घटनाओं से महिलाएं खासा आक्रोशित थीं। दो दिन पूर्व महिलाओं ने शराब की दुकान में हंगामा कर सेल्समैन को दुकान बंद करने पर मजबूर कर दिया था। जिसको लेकर सेल्समैन ने महिलाओं के खिलाफ लाखों की शराब चोरी करने का एक फर्जी शिकायती पत्र पुलिस थाने में दिया था। जिसमें ₹2.19.990 की शराब लूट ले जाने का आरोप लगाया गया है । लूट के फर्जी आरोप और शराब की दुकान का संचालन बंद कराने को लेकर गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंची ग्रामीण महिलाओं को आबकारी अधिकारी ने संतोषपूर्ण जबाब नहीं दिया। इससेे नाराज महिलाओं के सब्र का बांध टूट गया। माहिलाओं ने आबकारी अधिकारी आर के वर्मा को चारो तरफ से घेरकर मारपीट शुरु कर दी। महिलाओं केआक्रोश को देखकर वह अपनी जान बचाकर भागे। गांव की महिलाओं रजनी, दुर्गी, सुशीला,जया, भगवंती आदि ने साफ तौर पर कह दिया है कि चाहे जो हो जाये,वे गांव मे शराब की दूकान नहीं चलने देंगी।