अयोध्या राम मंदिर से कुछ दूरी पर एक मंदिर में रह रहे थे गोंडा के 15-15 हजार के इनामी हत्यारोपी


अयोध्या की राम जन्मभूमि पुलिस ने 17 वर्ष से हत्या के आरोप में फरार चल रहे 15-15 हजार के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। दोनों रामजन्मभूमि के पास एक मंदिर में साधु का भेष बदलकर रह रहे थे। दोनों पर पड़ोसी जनपद गोंडा में मुकदमा दर्ज है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
रामजन्मभूमि पुलिस के मुताबिक जून 2007 में महावीर सिंह पुत्र कृष्णपाल सिंह निवासी तुलसीपुर माझा की हत्या हुई थी। जिसमें गोविंद उर्फ संजय उर्फ विजय चेला सियानाथ निवासी बड़झया थाना बड़इया जिला लखीयसराय बिहार और सीताराम दास उर्फ विजय चेला रामशरण दास हनुमानकुटी रामघाट के मुख्य आरोपी है। 16 फरवरी 2008 को दोनों की संपत्ती कुर्की हो चुकी है।
भेष और नाम बदलकर मंदिर में रह रहे थे
राम जन्मभूमि थाना प्रभारी देवेंद्र पांडेय ने बताया “दोनों आरोपी को राम कोट स्थित हनुमान कुटी चौगुर्जी मंदिर के पीछे से गिरफ्तार किया गया है। दोनों साधु के भेष में यहां रह रहे थे। एक ने अपना बदकर कर सीताराम दास रखा था, जबकि दूसरे ने अपना नाम गोविंद रखा था, दोनों आरोपियों पर गोंडा पुलिस ने इनाम घोषित कर रखा है।

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