134 घंटे से बैठे है आमरण अनशन डॉक्टर, एक की तबियत बिगड़ी


– आंदोलनकारियों का ऐलान अगर डॉक्टर को कुछ हुआ तो सरकार जिम्मेदार
अशोक झा, कोलकोता: कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला ट्रेनी डॉक्टर से रेप और उसकी हत्या की घटना के विरोध में आमरण अनशन पर बैठे डॉक्टरों में से एक की हालत बिगड़ने के बाद उसे गुरुवार रात अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर की पहचान अनिकेत महतो के रूप में हुई है, जो शनिवार शाम से आमरण अनशन पर बैठे डॉक्टरों में से एक हैं. वरिष्ठ डॉक्टर सुवर्ण गोस्वामी ने कहा कि अनिकेत की तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें आरजी कर अस्पताल ले जाया गया और आईसीयू में भर्ती किया जाएगा। पीड़िता के लिए न्याय की मांग: अनिकेत महतो और कुछ अन्य लोग पिछले दो महीनों से पीड़िता के लिए न्याय की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। महतो के साथ मौजूद एक अन्य आंदोलनकारी डॉक्टर ने कहा कि उनकी नब्ज सामान्य से कम दर पर चल रही है और उनके अन्य स्वास्थ्य मानक भी सामान्य नहीं हैं। चार डॉक्टरों की एक टीम ने की जांच: राज्य स्वास्थ्य विभाग ने चार विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम को एस्प्लेनेड क्षेत्र में उस स्थल पर भेजा था, जहां डॉक्टर अनशन पर बैठे हैं ताकि पिछले पांच दिनों से भूख हड़ताल कर रहे सात डॉक्टरों की स्वास्थ्य स्थिति का आकलन किया जा सके।
डॉक्टरों की हालत गंभीर: डॉक्टरों की टीम ने जांच के बाद बताया था कि प्रदर्शनकारी डॉक्टरों में से दो की शारीरिक स्थिति बिगड़ गयी है. टीम ने कहा था कि उन दोनों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है. डॉक्टरों ने बताया था कि अनिकेत के शरीर में कीटोन बॉडी की मौजूदगी दिखने लगी है। कीटोन बॉडी की मात्रा 3+ है. अगर कीटोन बॉडी बढ़ती है, तो कीटो एसिडोसिस के कारण रोगी कोमा में जा सकता है। धीरे-धीरे शरीर के अंग काम करना बंद कर सकते हैं। अनिकेत पहले से लीवरजनित बीमारी से पीड़ित हैं।पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने पांच दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टर्स की बिगड़ती सेहत को लेकर चिंता जताई है और उनसे अनुरोध किया है कि वे अपने स्वास्थ्य को प्रभावित किए बिना विरोध जारी रखें। राज्यपाल ने जूनियर डॉक्टर्स से भूख हड़ताल खत्म करने की अपील की है। राज्यपाल ने धरमतला में हड़ताल स्थल पर जाकर डॉक्टर्स से मुलाकात की और सभी पक्षों के साथ जल्द ही बैठक करने का आश्वासन दिया ताकि मामले में कोई समाधान हो सके।प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर्स ने राज्यपाल को अपनी दस मांगों की सूची सौंपी और समस्याओं का स्थायी समाधान निकालने की अपील की। डॉक्टर्स ने स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को उनके पद से तुरंत हटाने की भी मांग की है।भूख हड़ताल पर बैठे लोगों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए कोलकाता के रवींद्रनाथ टैगोर इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियक साइंसेज के सलाहकार चिकित्सकों ने गुरुवार को ऐलान किया कि वे 14 अक्टूबर तक आपातकालीन सेवाओं के अलावा किसी भी सेवा में शामिल नहीं होंगे।

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