महिला जूनियर डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी पर अब सनसनीखेज खुलासा

जहां पाया गया था शव वहां हत्या और रेप के नहीं मिले सबूत

 

– क्या ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या करने के बाद उसका शव किसी दूसरे सेमिनार रूम में लाया था गया?

अशोक झा: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में महिला जूनियर डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी पर अब सनसनीखेज खुलासा हुआ है। खड़े हो रहे ये धधकते प्रश्न: क्या ये मर्डर सेमिनार रूम की जगह कहीं और हुई थी?क्या रेप और हत्या 24 मिनट में हुई थी या इसके पहले इसे अंजाम दे दिया गया था? क्या सेमिनार रूम में आरोपी का घुसना हत्या के बाद की स्थिति है या एक सोची समझी साजिश? क्या ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या करने के बाद उसका शव किसी दूसरे सेमिनार रूम में लाया था गया? इसी साल 9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल की चौथी मंजिल पर बने सेमिनार रूम में महिला ट्रेनी डॉक्टर की दरिंदगी की हदों को पार करते हुए पहले रेप किया गया था फिर उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी।अब इस मामले में FSL रिपोर्ट में कुछ और ही खुलासा हो रहा है। इस रिपोर्ट के मुताबिक जहां पीड़िता का शव पाया गया उस गद्दे पर किसी भी तरह का ऐसा सबूत नहीं मिला है जिससे कि महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की पुष्टि होती हो।इस मामले में अब केंद्रीय फोरेंसिक अनुसंधान प्रयोगशाला (CFSL) ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है इस रिपोर्ट में घटनास्थल पर पीड़ित महिला डॉक्टर और हमलावर के बीच हाथापाई और मारपीट के किसी भी तरह के कोई निशान या सबूत नहीं मिले हैं। आरजी कर अस्पताल मामले की सीएफएसएल रिपोर्ट हाल ही में जांच एजेंसी सीबीआई को सौंपी गई है। CFSL की रिपोर्ट में बताया गया है कि सेमिनार वाले कमरे के नीले गद्दे पर मृतका और हमलावर के बीच संभावित हाथापाई के कोई सबूत नहीं मिला है इतना ही नहीं सेमिनार रूम के अंदर भी कहीं और इसका कोई निशान नहीं था। ऐसे में सवाल उठता है महिला जूनियर डॉक्टर के साथ रेप ओर हत्या सेमिनार रूप में नहीं बल्कि कहीं और की गई थी?
FSL टीम ने कोलकाता पुलिस और CBI की जांच पर खड़े किए सवाल: आरजीकर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या के बाद जांच कर रही FSL ने अपनी रिपोर्ट में विशेष रूप से इस बात की जानकारी दी है कि सेमिनार रूप में पड़े गद्दे पर पीड़िता और हमलावर के बीच संभावित मारपीट या हाथापाई के किसी भी तरह के कोई सबूत नहीं पाए गए हैं। यहां तक कि गद्दों पर भी किसी तरह का कोई निशान नहीं पाया गया है। आस-पास के रखे सामानों में भी कोई स्क्रैच तक नहीं पाया जाना ये साबित करता है कि महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ सेमिनार रूप में ऐसी किसी वारदात को अंजाम नहीं दिया गया है, और अगर ऐसा हुआ भी है तो क्या किसी ने जानबूझ कर इन सबूतों को मिटाया है?
ट्रेनी डॉक्टर के परिजनों ने कहा- तो क्या मिटा दिए गए सबूत
इसके बाद जब आरजी कर की महिला जूनियर डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की घटना के बाद पीड़िता के परिजनों और प्रदर्शन कर रहे साथी डॉक्टरों ने इस बात का आरोप लगाया है कि इस घटना से जुड़े सबूतों को मिटाया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने यहां तक गंभीर आरोप लगाए हैं कि इस मामले में योजनाबद्ध तरीके से जूनियर डॉक्टर के साथ रेप कहीं और फिर उसके बाद हत्या कहीं और फिर शव को सेमिनार रूम में लाकर बरामद किया गया है। वहीं कोलकाता पुलिस ने पूरी तरह से परिवार और पीड़िता के साथी प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के इस आरोप को पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है।

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