नोएडा में न्यूज पोर्टल के कथित पत्रकार पंकज पराशर व उसके दो साथियों का पुलिस ने कोर्ट में दाखिल किया आरोप पत्र

गिरोह की अवैध संपत्ति के साथ आरोपियों की कंपनियों और निजी बैंक खातों के माध्यम से करीब 186.67 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेन देन की जानकारी मिली

नोएडा में स्क्रैप माफिया रवि काना के नाम पर अवैध वसूली के आरोप में जेल में बंद ट्राई सिटी न्यूज पोर्टल के कथित पत्रकार और उनके दो साथियों के साथ पुलिस ने कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। जांच में पुलिस को गिरोह की अवैध संपत्ति के साथ आरोपियों की कंपनियों और निजी बैंक खातों के माध्यम से करीब 186.67 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेन देन की जानकारी मिली है।
बीटा-2 कोतवाली में 20 जनवरी को एक व्यक्ति केस दर्ज कराया था कि पत्रकार पंकज पाराशर तीन लाख रुपये प्रति माह की फिरौती मांग रहा था। न देने पर उसने फर्जी खबरें चलाने और शूटर भेजकर हत्या कराने की धमकी दी। पीड़ित से कुल 10 लाख रुपये वसूले गए। इस शिकायत पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया और विवेचना शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि यह कोई सामान्य अपराध नहीं था, बल्कि एक संगठित गिरोह द्वारा सुनियोजित षड्यंत्र था। मामले में पंकज पराशर, देव शर्मा व अवधेश सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने पंकज पाराशर के पास से 3.30 लाख रुपये, देव शर्मा और अवधेश सिसोदिया के पास से 1.50 लाख रुपये बरामद किए थे। पंकज पाराशर पर गैंगस्टर एक्ट, आईटी एक्ट के छह मुकदमे शामिल हैं। देव शर्मा पर जबरन वसूली, धोखाधड़ी और गैंगस्टर एक्ट सहित मौ मुकदमे शामिल हैं। अवधेश सिसोदिया पर वसूली और गैंगस्टर एक्ट सहित तीन मुकदमे हैं। मामले में मुख्य सरगना स्क्रैप माफिया रवि काना की संलिप्तता की भी पुष्टि हो चुकी है और पुलिस उसके अन्य सहयोगियों की भी तलाश कर रही है। लिस उसके अन्य सहयोगियों की भी तलाश कर रही है। इसके अलावा जिन बैंक खातों के माध्यम से करोड़ों रुपये का संदिग्ध लेन-देन हुआ है। उन पर भी पुलिस और वित्तीय जांच एजेंसियां नजर बनाए हैं।

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