सुपरटेक ईकोविलेज में रेंटल स्कीम के सैकड़ों घर खरीदार सुपर घोखे के शिकार
ग्रेटर नोएडा के सैकड़ों घर खरीदारों के दिल से जुड़ी जेब कटने की कहानी
ग्रेटर नोएडा। यूपी के शो विंडो में घर का सपना देखने के बाद सालों से ठगे महसूस करने वालों की कतार में एक लाख से ज्यादा लोग होंगे लेकिन सुपरटेक ईकेविलेज-2 में रेंटल स्कीम के लुभावने नारे में फंसकर घर का सपना देखने वाले सैकड़ों लोग सुपर धोखे का शिकार महसूस कर रहे हैं। सालों से घर का सपना देखने वाले इस स्कीम के लोगों ने एक चौथाई भुगतान कर दिया है अब बाकी 75 प्रतिशत पैसे कहां से लाए? यह उनके सामने यक्ष प्रश्न बन गया है। ऐसे घर खरीदारों को कोई बैंक लोन देने को तैयार नहीं हो रहा है।
ग्रेटर नोएडा के सुपरटेक ईकोविलेज परियोजना में रेंटल स्कीम में घर बुक कराने के बाद अब सड़क पर महसूस कर रहे लोगों की संख्या एक हजार से ज्यादा है। रेंटल स्कीम के खरीदारों के सामने संकट यह है कि उनका घर की कीमत का 10-25% पैसे चला गया है बाकी के 65- 75% जो पैसे है वो कहां से देंगे? सुपरटेक के प्रोजेक्ट में घर खरीदारों को लोन देने को कोई बैंक नहीं तैयार हो रहा है। इन घर खरीदारों का अपने छत का सपना मंझधार में फंसा दिखाई दे रहा है।
सुपरटेक के दिवालिया होने की प्रक्रिया पर विराम लगाते हुए सुप्रीमकोर्ट ने ईकोविलेज-2 परियोजना आईआरपी के हवाले कर दी है। आईआरपी के हवाले प्रोजेक्ट जाने के बाद रेंटल स्कीम बंद करते हुए जो रह रहे हैं उनपर घर खाली कराने का दबाव बनाया जा रहा है। रेंटल स्कीम में फंसे घर खरीदारों के लिए अतिरिक्त धन की व्यवस्था करना टेढ़ी खीर हो गयी है। घर खरीदारों का कहना है सुप्रीमकोर्ट ने आईआरपी नियुक्त किया लेकिन प्रोजेक्ट पूरा करने की दिशा में छह महीने से ऊपर हो गए कोई काम नहीं हुआ। सरकार के सामने फिर गुहार लगाने की तैयारी कर रहे घर खरीदार साईबलसेन गुप्ता का कहना है सुपरटेक के रेंटल स्कीम में फंसे घर खरीदारों की पीड़ा वह सामने रखेंगे ताकि हमको कुछ राहत मिल सके।
सुपरटेक के रेंटल स्कीम में घर बुक कराए सैकड़ों घर खरीदारों के सामने सपनों का घर अब सांसत का घर बन गया है। ऐसे घर खरीदारों की सोशल मीडिया पर आवाज बनकर उभरी परमिता बनर्जी ने कहा कि हम सब मध्यम वर्ग के घर खरीदार रेंटल स्कीम के बाद और फंसा महसूस कर रहे हैं। हम अपनी आवाज सरकार के सामने भी लाएंगे ताकि हमको कुछ राहत मिल सके।