काशी में पर्यटन क्षेत्र में हुआ है अभूतपूर्व विकास, बड़ी संख्या में अवसर भी हुए हैं सृजित

वाराणसी। राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के अवसर पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित कला संकाय के प्रेक्षागृह में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस समारोह तथा राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी स्टडीज, IOE, बीएचयू द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री अमित गुप्ता, सहायक निदेशक, भारत पर्यटन वाराणसी, विशिष्ठ अतिथि श्री कीर्तिमान श्रीवास्तव, उत्तर प्रदेश पर्यटन, श्री राहुल मेहता, अध्यक्ष, टूरिज़्म वेलफेयर असोसिएशन, श्री पंकज सिंह,उपाध्यक्ष, वाराणसी टूरिज्म गिल्ड, प्रो ऐ के नेमा, छात्र अधिष्ठाता उपस्थित रहे। संकाय प्रमुख, कला संकाय, प्रो. विजय बहादुर सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कीर्तिमान श्रीवास्तव, उत्तर प्रदेश पर्यटन, ने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे निरन्तर बदलते व गतिमान पर्यटन क्षेत्र के अनुरूप स्वयं को तैयार करें। वाराणसी में पर्यटन क्षेत्र की तरक्की की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि कोविड महामारी के दौरान जब यह क्षेत्र काफी प्रभावित हुआ था, तब वाराणसी के धार्मिक पर्यटन ने इस क्षेत्र को फिर से रफ्तार दी। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे नई पद्धतियों व तौर तरीकों के हिसाब से खुद को भविष्य के लिए तैयार करें।

टूरिज़्म वेलफेयर असोसिएशन के अध्यक्ष राहुल मेहता ने कहा कि विद्यार्थियों को कौशल विकास की ओर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि वाराणसी में पर्यटन उद्योग तेज गति से आगे बढ़ रहा है और ऐसे में बड़ी संख्या में नए नए अवसर भी उपलब्ध हो रहे हैं। इसलिए विद्यार्थियों को चाहिए कि वे कौशल विकास को गंभीरता से लें जिससे वे बेहतर अवसर हासिल कर सकें।

वाराणसी टूरिज़्म गिल्ट के उपाध्यक्ष पंकज सिंह ने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे अपने व्यक्तित्व को प्रभावशाली बनाएं। फिर चाहे बात कपड़ों की हो या सम्प्रेषण कौशल की, आपका व्यक्तित्व यह निर्धारित करेगा कि आप को कैसे अवसर प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज तमाम अवसर पर्यटन क्षेत्र से उत्पन्न हो रहे हैं, ऐसे में विद्यार्थियों को चाहिए कि वे बढ़िया से बढ़िया अवसर के लिए तैयारी करें।

छात्र अधिष्ठाता प्रो. अनुपम नेमा ने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान होने के साथ साथ बड़ी संख्या में पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र बना रहता है। उन्होंने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय में पर्यटन प्रबंधन अनुभाग द्वारा इस बात पर मंथन किया जाए कि कैसे बीएचयू परिसर में आने वाले पर्यटकों का अनुभव और बेहतर हो। उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्रों में भी पर्यटन की संभावनाएं बढ़ रही हैं और इससे इन क्षेत्रों में नई सुविधाएं व अवसर भी सृजित हो रहे हैं।

भारत पर्यटन में सहायक निदेशक अमित गुप्ता ने कहा कि ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहित कर पर्यटन क्षेत्र अभूतपूर्व प्रगति हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पर्यटन को बढ़ाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात है पर्यावरण अनुकूल पर्यटन को गति देना। इस अवसर पर उन्होंने भारत पर्यटन द्वारा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में युवा पर्यटन क्लब स्थापित करने की घोषणा की। इस क्लब में विश्वविद्यालय में पर्यटन व आतिथ्य प्रबंधन की शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा। इससे विद्यार्थियो को भविष्य के लिए व्यवहारिक अनुभव हासिल होगा।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कला संकाय के प्रमुख प्रो. विजय बहादुर सिंह ने सुझाव दिया कि पर्यटन की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए डिग्री के दौरान यात्रा करना ज़रूरी होना चाहिए, जिससे वे शैक्षणिक ज्ञान के साथ साथ व्यवहारिक ज्ञान व अनुभव भी हासिल करें। इससे वे देश और दुनिया तथा भारत की बहुसांस्कृतिक विरासत के बारे में भी अवगत होंगे।

इस अवसर पर विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति, विरासत व मूल्यों के हित व रक्षा तथा देश की बहुसांस्कृतिक परंपरा व समाज को और सशक्त करने के साथ साथ पर्यावरण की रक्षा तथा संसाधनों के संचयन व संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई।

अतिथियों का स्वागत प्रो ओ एन सिंह ने किय तथा उनका परिचय डॉ. अनिल कुमार सिंह ने दिया। कार्यक्रम का संचालन डा प्रवीण राणा तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ अनिल सिंह ने प्रेषित किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button