यूपी में पकड़े गए मुम्बई, एमपी, छत्तीसगढ़ में तिजोरी काट कर बैंको से नगदी उड़ाने वाले गैंग के तीन सदस्य
यूपी के लखीमपुर जिले में पकड़ा गए मुम्बई, एमपी, छत्तीसगढ़ में तिजोरी काट कर बैंको से नगदी उड़ाने वाले गैंग के तीन सदस्य। इसके साथ ही लखीमपुर खीरी के जिला सहकारी बैंक में हुई चोरी की घटना का सफल अनावरण भी हो गया है। यह अंतरराज्यीय गैंग ने 16 जनवरी को जिला सहकारी बैंक राजापुर मण्डी शाखा लखीमपुर में तिजोरी काट कर ₹ 32 लाख नगद चोरी हो गया था।
पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद साहा ने घटना की गम्भीरता को देखते हुए क्षेत्राधिकारी सदर, संदीप सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया । सूचना प्राप्त हुई कि एक कार हुंडई कार में कुछ संदिग्ध लोग बैठे है। जो शारदानगर से लखीमपुर शहर की तरफ जा रही है। उक्त सूचना पर पुलिस द्वारा वाहनो की चेकिंग की जा रही थी कि उसी समय एक कार तेज रफ्तार से रेलवे ओवर ब्रिज की तरफ आ रही थी जिसे रोकने का प्रयास करने पर कार चालक कार को गोला रोड की तरफ तेज रफ्तार से मोड़कर जाने लगा जिसे पुलिस द्वारा घेराबन्दी कर पकड़ लिया गया। जिसमें सवार तीनों व्यक्तियो से गहनता से से पूछताछ की गयी तो तीनो व्यक्तियो ने एक साथ बताया कि, हम तीनो लोग मिलकर बैंको की रैकी करते है । उसके बाद जो बैंक एकान्त मे मिलती है जहां आसानी से पहुंच सके उसी बैंक मे मौका पाकर जब बैंक मे 02 या 03 दिन की छुट्टी पडती है तभी हम लोग उस बैंक की खिडकी या दीवार को काट कर अन्दर रखे कैश शेफ को गैस कटर से काट कर लाकर के अन्दर रखे रुपये को चोरी कर लेते है।हम दोनो लोग (हरि प्रसाद व सुरेश काशी राव) अमरावती महराष्ट्र से दिनांक 04 जन को हुण्डई एसेन्ट से लखीमपुर अपने साथी राजेन्दर के बताये गये मुखबिरी के आधार पर आये थे। लखीमपुर मे रेलवे स्टेशन के पास पुल के नीचे सलूजा होटल मे कमरा किराये पर लेकर उसी मे दोनो लोग रुके थे जब हम लोग होटल पर पहुंचे थे उससे पहले ही अपनी कार की सही नम्बर प्लेट को उतार कर फर्जी नम्बर प्लेट लगा लिया था।जिसका नम्बर हम लोगो ने होटल मे भी लिखाया था।जिसके बाद हम दोनो लोग राजेन्दर के बतायो अनुसार राजापुर मण्डी के अन्दर जिला सहकारी बैंक जाकर बैक का जायजा लिया व राजेन्दर के तय शुदा योजना पर आने का इन्तजार करने लगे तथा हम लोगो ने अपने एक अन्य साथी तुषार उर्फ रिषभ को बुलाया वह भी आ गया और हमारे साथ उसी होटल के मेरे ही कमरे रुका। जिसके बाद हम लोगो ने मिलकर शहर की ही दुकान से बैंक को काटने के लिये उपकरण खरीदे थे। जिसके बाद हम लोगो ने बैंक मे चोरी की घटना को राजेन्दर की मुखबरी के आधार पर राजेन्दर व उसके अन्य साथी के आ जाने पर चोरी की घटना किये थे जिसमे बैंक से नगदी करीब सोलह लाख रुपये कुल मिला था। बहुत पैसा लाकर काटते समय गैस की आग से जल गया था जो साबुत रुपया मिला था। वह करीब सोलह लाख रुपया ही था। हम लोगो की टीम को छः लाख रुपये मिले थे। जिसमे मैने अपने साथी हरिप्रसाद को एक लाख व तुषार को पचास हजार रुपये दिये थे ।बाकी पैसा मेरे पास मौजूद था। बाकी पैसा राजेन्दर व उसके साथ मे मौजूद अन्य साथी जो राजेन्दर के साथ आया था वह दोनो अपने साथ ले गये है जला हुआ पैसा किसी काम का नही बचा था। हम लोग चोरी करने के बाद अपनी उसी कार से जाते समय जली नोटो को बोरी से निकालकर व दोनो आक्सीजन सिलण्डर को हम लोगो ने हनुमान मन्दिर के आगे पडने वाली नदी मे फेक दिया था तथा एलपीजी सिलेण्डर को राजेन्दर अपने साथ लेकर चला गया था साहब आज जो आप लोगो ने हमलोगो के पास व बैग से रुपया बरामद किया है वह हम लोगो ने जिला सहकारी बैंक मण्डी लखीमपुर खीरी से चोरी किया था यह वही रुपया है साहब काफी रुपया हम लोगो ने खर्च कर दिया है, तथा कार की डिग्गी से मिले बैग के अन्दर रखे उपकरणो के सम्बन्ध मे पूछागया तो बताया कि, साहब इन्ही उपकरणो से हम लोगो ने बैंक की तिजोरी को काटकर उसमे रखे रुपये चोरी किया था पकडे हुए तीनो व्यक्तियो से बरामद नम्बर प्लेटो के बारे मे पूछा गया तो तीनो ने एक साथ बताया कि, साहब जब हम लोग चोरी करने के लिये जाते है तो कार की पहचान छुपाने के लिये फर्जी नम्बर प्लेट लगा लेते है कि जिससे हमलोग पकड मे ना आये जिनसे कार हुण्डई एसेण्ट के कागजात मागे गये तो नही दिखा । जिसको ई चालान एप से ऑनलाइन चेक किया गया तो नम्बर सही पाया गया तथा गाडी पर मौजूद नम्बर प्लेट फर्जी कूटरचित कर नम्बर प्लेट तैयार कर लगाया गया है। गिरफ्तार चोरों में सुरेश उमक उर्फ सागर देशमुख उर्फ सुरेश काशीनाथ उमक पुत्र काशीनाथ उमक निवासी मोरशी अमरावती रूलर महाराष्ट्र/ कमलापुर श्रीखेर