हाइपो थायराइड का प्राकृतिक उपचार

हाइपो थायराइड का प्राकृतिक उपचार

पिछले कुछ दिनो से थायराइड के मामलों तेजी से बढ़ोतरी हुई है. थायराइड के कारण  लोगों को कई तरह की अलग अलग बीमारियों का भी सामना करना पड़ रहा है। थायराइड ग्लैंड हमारी गर्दन के पिछले हिस्से में होती है और यह हमारे शरीर के मोटाबॉलिज्म को कंट्रोल करता है. आमतौर पर थायराइड में दो तरह की समस्याएं देखने को मिलती है जिसमें एक है हाइपोथायरायिज्म और दूसरा है हाइपरथायरायडिज्म.।

हाइपोथायरायडिज्म को अंडरएक्टिव थायराइड कहा जाता है. यह तब होता है जब किसी व्यक्ति में थायराइड हार्मोन की अपर्याप्त मात्रा होती है. वहीं पर हाइपरथायरायडिज्म जिसे अति सक्रिय थायरॉड कहा जाता है तब होता है जब शरीर बहुत अधिक मात्रा में थायराइड हार्मोन का उत्पादन करता है. हाइपोथायरायडिज्म की स्थिति में लोग मोटे होने लगते हैं.

थायराइड की समस्या पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में अधिक देखी जाती है. महिलाओं में इस बीमारी की शुरुआत 30 वर्ष की उम्र के करीब शुरू हो जाती है लेकिन इसके सामान्य लक्षण 50 की उम्र के बाद दिखने लगते हैं. अगर आप भी थायराइड की समस्या से पीड़ित हैं तो आपको कुछ घरेलू उपाय अपना सकती है जिनकी ममद से आप थाइराइड को कम कर सकती हैं।

नारियल का तेल करें इस्तेमाल
अगर आप थायराइड की समस्या से पीड़ित हैं तो आप नारियल के तेल का इस्तेमाल कर सकतै हैं. नारियल के तेल में पाए जाने वाले मीडियम-चेन फैटी एसिड थायराइड ग्रंथि में काफी अच्छा काम करता है। लेकिन ध्यान रहे कि नारियल के तेल का प्रयोग बिना गर्म किए हुए करना है. यह तेल मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और साथ ही शरीर के तापमान को भी नियंत्रित करता है. यह वजन घटना में भी सहायक है.

शुगर फ्री डाइट
थायराइड की समस्या होने पर मीठा का सेवन नही करना चाहिए. शुगर और प्रोसेस्ड फूड शरीर में सूजन पैदा करते हैं. सूजन की वजह से एक अन्य थायराइड हार्मोन ट्राई आयोडोथायरोनिन का T4 में रूपांतरण धीमा हो सकता है. इसलिए शुगर शुगर फ्री डाइट ले।

विटामिन बी12
शरीर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी12 की कमी की वजह से भी थायराइड हार्मोन प्रभावित हो सकते हैं. जरूरी है कि आप ब्लड टेस्ट कराएं और पता करें कि क्या आपको बिटामिन बी 12 की मात्रा बढ़ाने की जरूरत है कि नहीं. विटामिन बी12 से थायराइड के कुछ नुकसान से बचा जा सकता है.

ग्लूटेन के इस्तेमाल से बचें
ग्लूटेन एक प्रोटीन होता है. अगर आप थायराइड ‌है तरे ग्लूटेन युक्त खाद्य पदार्थो को नही खाना चाहिए। ग्लूटेन डायबिटीज, वजन का बढ़ना और थायराइड जैसी कई बीमारियों हो सकता है।  ग्लूटेन प्रोटीन आमतौर पर गेहूं, सूजी में अधिक पाया जाता है.

नियमित रूप से करें व्यायाम
अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्यायाम सबसे बड़ा  इलाज है. नियमित रूप से व्यायाम शरीर में अंगों के संचालन को बढ़ावा देता है. एक्सरसाइज अंत: स्त्रावी ग्रंथि को नियंत्रित करता है और आपको फ्रेश और ताजा रखता है।  व्यायाम शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में भी मदद करता है. अगर आप समय निश्चित करले उसी समय  व्यायाम करे। व्यायाम से  थायराइड से आराम मिलता है।

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