टोल प्लाजा पर रोक दी स्कूली बसें, दो घंटों तक परेशान रहे बच्चें
टोल प्लाजा पर रोक दी स्कूली बसें, दो घंटों तक परेशान रहे बच्चें
उप्र बस्ती अक्सड़ा टोल प्लाजा पर बुधवार सुबह करीब पौने सात बजे शहर के प्रतिष्ठित निजी स्कूलों की दर्जनभर से अधिक बसें रोक दी गईं। जिसमें सवार करीब एक हजार बच्चों को दो घंटों तक परेशानी का सामना करना पड़ा। डीएम प्रियंका निरंजन के हस्तक्षेप के बाद टोल प्लाजा से बसें स्कूलों के लिए रवाना हुईं।
सुबह ग्रामीण क्षेत्रों से बच्चों को लाने शहर के दर्जनभर से अधिक स्कूलों की बसें राष्ट्रीय राजमार्ग लुंबनी द्धुदी पर जाता हैं। रोज की भांति बुधवार को भी बसें नगर और कलवारी क्षेत्र में बच्चें लेने पहुंचीं। जब बच्चों को लेकर बसें शहर की ओर बढ़ीं तो राजमार्ग पर स्थित अक्सड़ा टोल प्लाजा पर उन्हें रोककर टोल मांगा जाना लगा। अचानक टोल मांगे जाने से बस चालक व परिचालक हैरान हो गए। उन्होंने टोलकर्मियों को बताया कि कई सालों से बसें बिना टोल दिए बच्चों को लाने ले जाने का काम कर रही हैं आज तक टोल नहीं मांगा गया। इस बात पर बस चालकों व टोलकर्मियों में जमकर बहस हुई। मामले की जानकारी होते ही स्कूल प्रबंधन भी सक्रिय हो गए। स्कूल प्रबंधकों ने इसकी जानकारी भाजपा जिलाध्यक्ष महेश शुक्ला को दिया। महेश ने मामले से डीएम को अवगत कराया। डीएम के हस्तक्षेप से करीब साढ़े आठ बजे सुबह बसें बच्चों को लेकर स्कूलों की ओर निकलीं। एक स्कूल के प्रबंधक ने बताया कि 15 से 16 बसें रोकी गई थीं जिनमें करीब एक हजार बच्चे सवार थे। प्रभारी टोल प्रबंधक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के नियमानुसार व्यवसायिक वाहनों को किसी प्रकार की प्रकार की छूट नहीं दी गई है।