बीस हजार रूपये नहीं देने पर तहरीर बदलने का चौंकी इंचार्ज पर आरोप
बीस हजार रूपये नहीं देने पर तहरीर बदलने का चौंकी इंचार्ज पर आरोप
उप्र बस्ती जिले में मेड़ काटने के विवाद में हुई मारपीट में पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा न दर्ज कर भाई से जबरिया मनमाफिक तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज कर धाराओं के अल्पीकरण का मामला प्रकाश में आया है। पीड़िता ने एएसपी को प्रार्थना पत्र देकर चौकी प्रभारी टिनीच पर 20 हजार रुपए की मांगने का आरोप लगाया है। एएसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी ने सीओ हर्रैया को मामले की जांच का आदेश दिया है। चौकी इंचार्ज रामभवन प्रजापति ने आरोपों को निराधार बताया है। गौर थाना क्षेत्र के साड़ी हरिनाम गांव निवासी मोनिका ने एएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में बताया है कि पहली नवंबर की देर शाम गांव के विपक्षीगण रामसुरेश, राम नरेश व राम गनेश उसके खेत पर बांस-बल्ली लगा रहे थे। उसकी मां और बहन ने विरोध किया तो लोगों ने मारना-पीटना शुरू कर दिया। इस बीच घटनास्थल पर 112 डायल पुलिस पहुंची और उसके पिता चुन्नीलाल व भाई सत्य प्रकाश को थाने लेकर चली गई। कुछ देर बाद फिर से विपक्षी रामनरेश, धर्मेंद्र, रवि व अखिलेश उसके घर पर चढ़ आए और मारपीट किए। धमकाते हुए अश्लील हरकत भी किए। मोनिका ने आरोप लगाया कि मेरे द्वारा दी गई तहरीर पर चौकी प्रभारी टिनीच ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। बल्कि उसके भाई सत्यप्रकाश से जबरन अपनी मनमर्जी की तहरीर लिखवाकर हस्ताक्षर कराकर धाराओं का अल्पीकरण करते हुए मुकदमा दर्ज किया। विरोध करने और धारा बढ़ाने के एवज में चौकी प्रभारी रामभवन प्रजापति ने उससे 20 हजार रुपए मांगा। वहीं इस बाबत चौकी प्रभारी टिनीच राम भवन प्रजापति ने बताया कि यदि धाराओं में बढ़ोतरी हुई तो दोनों पक्षों पर कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं।