गोण्डा में आपसी समझौते से प्रशासन ने खत्म कराया नहर की खुदाई को लेकर 3 साल से चला आ रहा
गोण्डा में आपसी समझौते से प्रशासन ने खत्म कराया नहर की खुदाई को लेकर 3 साल से चला आ रहा
अब सैंतालिस ग्रामों के 7000 हेक्टेयर हजार भूमि पर 20 किसानो को सिंचाई की सुविधा मिल सकेंगी
दर्जनो जेसीबी कई थानो की फोर्स की मौजूगी नहर धरने पर बैठे किसानो को हटा नहर खुदवाई का कार्य सम्पन्न हुआ
गोण्डा। 1976 से निर्माणाधीन सरयू नहर परियोजना की कर्नलगंज तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम परसा गोण्डरी में 460 मीटर नहर अभी भी लंबित पड़ी थी जिसके खुदाई को रोकने के लिए गांव के 3 परिवार के लोग पिछले 3 वर्ष से नहर के सामने ही धरने पर बैठे हुए थे। उनकी मांग थी नये रेट से मुवाजा दिया जाए एवं जमीन के बदले जमीन बृहस्पतिवार को भारी पुलिसबल व तमाम प्रशासनिक अधिकारी राजस्व विभाग के लोग मौके पर पहुंचकर धरने पर बैठे किसानो से सुलह समझौते के आधार पर नहर की खुदाई शुरू करा दिया है।
बताते चले की जिले के तहसील करनैलगंज अन्तर्गत ग्राम परसागोड़री में सरयू नहर परियोजना से आच्छादित धनईपट्टी राजवाहा के निर्माण हेतु ग्राम परसागोड़री में वर्ष- 2010 में अधिग्रहीत की गई 3.09 एकड़ (1.249 हे0) भूमि पर विभाग को कब्जा प्राप्त न होने के कारण नहर के गैप्स को पूर्ण कराने का कार्य बाधित चल रहा था, जबकि इस कार्य को पूर्ण कराने हेतु शासन स्तर से निरन्तर निर्देश प्राप्त हो रहे थे। इसके अतिरिक्त उक्त कार्य पूर्ण कराने हेतु उच्च न्यायालय में योजित पी0आई0एल0 रिट याचिका संख्या-840/2022 में न्यायालय द्वारा दिनांक 05-11-2022 को आदेश पारित करते हुए कार्य सम्पादित कराने के निर्देश दिए गए थे।
सिंचाई विभाग द्वारा यह प्रकरण नवागत जिलाधिकारी नेहा शर्मा के संज्ञान में लाए जाने पर उनके द्वारा समस्या की जानकारी की गई तथा विभाग व प्रभावित किसानों के बीच वार्ता कराकर कार्य पूर्ण कराने में उत्पन्न गतिरोध को समाप्त कराया गया। फलस्वरूप बृहस्पतिवार को लगभग 460 मी0 अवशेष गैप्स की खुदाई का कार्य सम्पन्न करा लिया गया है। उक्त कार्य सम्पन्न होने के साथ ही माह नवम्बर 2020 से स्थल पर प्रभावित किसानों द्वारा दिया जा रहा धरना समाप्त हो गया है।
प्रशासन की माने तो उपरोक्त कार्य न होने से 47 ग्रामों के लगभग बीस हजार किसानों को सिंचाई की सुविधा प्रदान करने में बाधा हो रही थी। अब यह कार्य पूर्ण होने के उपरान्त 47 ग्रामों की लगभग 7000 हेक्टेअर भूमि पर सिंचाई की सुविधा मिल सकेगी। इससे क्षेत्रीय किसानों को काफी लाभ प्राप्त होगा। ग्राम परसागोड़री में नहर के अवशेष भाग की खुदाई हो जाने से जनपद में सिंचाई विभाग के विगत कई वर्षों से लम्बित चल रहे प्रकरण का पटाक्षेप हो गया है।
वही पीड़ित किसानों का कहना है कि प्रशासन मौखिक आश्वासन देकर जबरन हम लोगों की जमीन में नहर खुदवाई करा रहा है।कई थानो की फोर्स के साथ तमाम अधिकारियो ने जबरन हटाया है।
वही प्रशासन ने बताया है कि आपसी सहमति के आधार पर कार्य सम्पन्न कराया गया है।