बस्ती में मासूम के मौत के बाद भी होता रहा इलाज वसूले 70 हजार रुपये -डीएम ने दिए जांच के आदेश
बस्ती में मासूम के मौत के बाद भी होता रहा इलाज वसूले 70 हजार रुपये -डीएम ने दिए जांच के आदेश
उप्र बरूती जिले में बच्चें के मौत के बाद भी नर्सिंगहोम के चिकित्सक ने शव का इलाज करते रहे। परिजनों से इलाज की पूरी रकम वसूलने के बाद बच्चे को यह कहकर रेफर कर दिया कि हालत ज्यादा गम्भीर हो गई है। राममनोहर लोहिया संस्थान लखनऊ ले जाकर बच्चे को दिखाया गया तो चिकित्सकों ने बताया कि बच्चे की तो 16-18 घंटे पूर्व ही मौत हो चुकी है। परिजन यह जानने के बाद सन्न रह गए। डीएम को शिकायती पत्र देकर अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। डीएम ने सीएमओ को जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया है। शहर के रहमतगंज निवासी अब्दुल अदीम अंसारी ने डीएम को दिए शिकायती-पत्र में कहा है कि प्रार्थी के सात माह के भतीजे की तबीयत खराब होने पर उसे बस्ती-मुंडेरवा मार्ग, कड़र स्थित एक मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में 25 जून को भर्ती कराया। इलाज के दौरान किसी भी परिजन को बच्चे के करीब नहीं जाने दिया
28 जून को अस्पताल स्टॉफ ने बताया कि बच्चे की हालत ज्यादा खराब है। कहीं और ले जाकर इलाज कराइए। आनन-फानन में हम लोग बच्चे को लेकर डॉ. राममनोहर लोहिया संस्थान के मातृ एवं शिशु रेफरल हॉस्पिटल में लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने बताया कि बच्चे की तो मौत 16-18 घंटे पूर्व ही हो चुकी है। वहां के डॉक्टर का कहना यह भी कहना था कि बच्चे के गले की सारी नसें जाम थीं। जो वीगो लगा था वह भी जाम था। उनका यह भी कहना है कि अस्पताल ने इलाज के नाम पर 70-80 हजार रुपये वसूल लिए हैं, जबकि इलाज के नाम पर केवल बेवकूफ बनाया गया। शव को जिंदा बताकर दे दिया, इलाज की उम्मीद में हम लोग लखनऊ तक बच्चे को लेकर चले गए।