सूर्य मिशन आदित्य एल 1 मे बांदा की बेटी के योगदान पर बांदावासियों ने मनाई खुशी

सूर्य मिशन आदित्य एल 1 मे बांदा की बेटी के योगदान पर बांदा वासियों ने मनाई खुशी
*************************

बांदा / देश के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल 1 के सफलतापूर्वक लॉन्च होने पर जहां पूरा देश ख़ुशी मना रहा है, वहीं बांदा जनपद भी अपनी बेटी ऋचा पाठक के इस मिशन में अभूतपूर्व योगदान के लिए गर्व महसूस कर रहा है। बांदा की रहने वाली साइंटिस्ट ऋचा पाठक, सूर्य मिशन आदित्य एल 1 की इंजन डिजायन करने वाली टीम की प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में मिशन से जुड़ी है।आदित्य मिशन के सफलतापूर्वक लॉन्च होने के बाद ऋचा के घर में मिठाई खिलाकर परिजनों, पडोसियों, और शहर के लोगों ने एक दूसरे को बधाई दी।
देश के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल 1 से बांदा का कनेक्शन पूरे बांदा जनपद ही नहीं प्रदेशवासियों के लिए भी गौरव की बात है। इसरो में साइंटिस्ट ऋचा पाठक बांदा शहर के मोहल्ला अतर्रा चुंगी चौकी की रहने वाली हैं। उनके पिता वीरेंद्र वीर पाठक जल संस्थान के सेवानिवृत्त एसडीओ हैं। ऋचा पाठक आज लॉन्च हुए सूर्य मिशन आदित्य एल 1 के इंजन की डिजाइनिंग टीम में डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर शामिल रही। पिता वीरेन्द्र वीर पाठक ने बताया कि वह वर्ष 2006 से इसरो में बतौर साइंटिस्ट जुड़ी हुई है। 2006 से अब तक उसे चार बार प्रमोशन मिल चुका है। उन्होंने आदित्य एल 1 के इंजन को डिजाइन करने में अहम भूमिका निभाई है।
पिता वीरेंद्र वीर ने बताया कि उनकी साइंटिस्ट बेटी ऋचा इससे पहले फरवरी 2019 में कुरु फ्रेंच गुयाना स्पेस सेंटर से लांच किए गए भारतीय उपग्रह जी सेट 31 मैं बतौर डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर भी शामिल थी। उन्हें अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसंधान क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए वर्ष 2016 का यंग साइंटिस्ट मेरिट अवार्ड भी मिल चुका है। इतना ही नहीं ऋचा के सम्मान में भारतीय डाक सेवाओं की माई स्टाफ योजना के तहत 5 रूपये मूल्य का सचित्र डाक टिकट भी जारी हो चुका है। बांदा जनपद के लिए गौरव की बात है कि बांदा की किसी प्रतिभा के लिए डाक टिकट जारी किया गया। उनके पति बी राम प्रसाद भी इंजीनियर है उनकी मां ग्रहणी है।

 

Back to top button