विदेशी बर्मीज सुपारी तस्करी मामले में आठ आरोपी गिरफ्तार

बर्मीज सुपारी वजन के कुल 149 बोरों से लदे 8 वाहनों को किया जब्त

सिलीगुड़ी: म्यांमार से असम उत्तर बंगाल के रास्ते विदेशी सुपारी तस्करी के समाचार पत्र रोमिंग एक्सप्रेस में प्रकाशित होने के साथ ही असम पुलिस और एसटीएफ की टीम सक्रिय हो गई है। बंगाल में भी कस्टम को अलर्ट किया गया है। असम के जुगीचेरा इलाके में बर्मीज सुपारी की तस्करी के बारे में सूचना मिलने पर अब्दुल्लापुर पुलिस पोस्ट के आईसी और कटलीचेरा थाना के आईसी, करीचेरा पोस्ट के कर्मचारियों के साथ पहुंचे और तलाशी अभियान चलाया।तलाशी के दौरान, लगभग 8,940 किलोग्राम बर्मीज सुपारी वजन के कुल 149 बोरों से लदे 8 वाहनों (इंट्रा 3, डीआई 1, इको वैन 1, ऑल्टो 2, बाइक 1) को रोका और जॉच के बाद जब्त कर लिया। पुलिस ने अकबर हुसैन लस्कर, जॉयनुल हक बरभुइयां, हुसैन अहमद बरभुइयां, कबीर हुसैन बरभुइयां, साकिर अहमद बरभुइयां, अकबर हुसैन बरभुइयां तथा साहब उद्दीन बरभुइयां को गिरफ्तार किया। सभी गांव साहबाद रोंगपुर, थाना काटलीचेरा के रहनेवाले हैं। वही दूसरी ओर ग्वालपाड़ा में बर्मीज सुपारी की अवैध खेप के बारे में विश्वसनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए असम एसटीएफ की एक टीम ने अवैध तस्करों को पकड़कर इस सौदे को विफल करने के लिए एक अभियान शुरू किया। एसटीएफ ने ऑपरेशन शुरू किया और गुवाहाटी में अपने मुख्यालय से ग्वालपाड़ा के लिए रवाना हुआ। तलाशी अभियान के दौरान सुपारी के अवैध कारोबार में शामिल दो व्यक्तियों ग्वालपाड़ा जिले के मोहिबुल आलम (35) और बोहोटी मायापारा के सबर अली (39) को उनके संबंधित घरों से पकड़ा गया। मौके पर पूछताछ और प्रारंभिक तलाशी अभियान से पता चला कि पकड़े गए व्यक्ति नकद लेनदेन और संदिग्ध फर्जी भारतीय बैंक खातों के माध्यम से भुगतान के माध्यम से बांग्लादेशी व्यापारियों के साथ मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल थे। मॉड्यूल के काम करने के तरीके को संचालित करने में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार कई बिचौलियों के साथ शामिल पाया गया है। यह पाया गया है कि बांग्लादेश से भारत में सुपारी की अवैध तस्करी में शामिल व्यापारी ज्यादातर इस अवैध हवाला पद्धति के माध्यम से लेनदेन करते हैं। इस संबंध में एसटीएफ पीएस केस नंबर 13/23 के तहत आईपीसी की धारा 120 (बी)/418/420/468/121 (ए) के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच चल रही है। जॉच में पता चला है कि विदेशी सुपारी को केमिकल के माध्यम से देशी बनाकर फर्जी कंपनी के सहारे भारत के अलग अलग शहर में  टार्सपोर्ट केरियर के माध्यम से उत्तर बंगाल बांग्लादेश सीमा से भेजा जाता है। इसकी कड़ी कोलकाता से म्यांमार तक जुड़ी बताई जाती है।

Back to top button