फिर फर्जी पासपोर्ट के साथ संदिग्ध दो चीनी व दो नेपाली नागरिक गिरफ्तार

फिर फर्जी पासपोर्ट के साथ संदिग्ध दो चीनी व दो नेपाली नागरिक गिरफ्तार
– सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की जा रही गहन पूछताछ
सिलीगुड़ी: एक बार फिर भारत-नेपाल सीमा से एसएसबी के जवानों ने दो चीनी घुसपैठ समेत दो नेपाली नागरिक को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार चीनी नागरिक की पहचान अपना नाम गोम्बो तमांग, पिता नीमा तमांग, पता गांधी रोड, नबीन ग्राम, दार्जिलिंग, (पश्चिम बंगाल) और 54 वर्षीय ली जियाओकांग के रूप में की गई है। उसके साथ गिरफ्तार किए गए दो नेपाली नागरिकों की पहचान संजीव सुवाल(34 वर्षीय) और चित्रगुप्त अधिकारी (30 वर्षीय)
के रूप में की गई है। बताया रहा है कि उसके पास से फर्जी भारतीय पासपोर्ट मिली है। इस बात की पुष्टि दार्जिलिंग ग्रामीण डीएसपी अचिंत गुप्त ने की है।
उनके जानकारी के मुताबिक दार्जिलिंग जिले के पानीटंकी में एसएसबी द्वारा यह कार्रवाई शाम की गई है। एसएसबी सूत्रों के अनुसार, खोरीबाड़ी थाना अंतर्गत भारत-नेपाल सीमा पर पानीटंकी नाका पर नियमित जांच के दौरान एसएसबी 41वीं बटालियन के पानीटंकी बीओपी के बीआईटी जवानों ने नेपाल से भारत आ रहे एक वाहन को रोका। पूछताछ के दौरान तीन यात्रियों में से एक ने अपने मोबाइल पर अपना चीनी पासपोर्ट और वैध नेपाली पर्यटक वीजा दिखाया। लेकिन चीनी नागरिक ली ज़ियाओकांग के पास भारतीय वीज़ा नहीं था, यानी भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए कोई वैध यात्रा दस्तावेज़ नहीं था। हालाँकि उसके दो साथियों को पता था कि वह एक चीनी नागरिक है जिसे भारत में प्रवेश के लिए भारतीय वीज़ा की आवश्यकता है। इसके मद्देनजर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
एक दिन पहले भारत-नेपाल पानीटंकी सीमा से एसएसबी के 41वीं बटालियन के जवानों ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करते समय एक संदिग्ध चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया। पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम गोम्बे तमांग बताया था। इस दौरान उसके पास से भारतीय मुद्रा – 143320 रुपए और नेपाली मुद्रा 62240 रूपया जप्त किया गया। नियमित जांच के क्रम में नेपाल से आ रहे एक वाहन को जांच के क्रम में रोका गया जिसमें मौजूद एक व्यक्ति के दस्तावेजों की जांच की गई तो उसमें एक व्यक्ति के पासपोर्ट में नाम गोम्बो तमांग (एम/48 वर्ष) पुत्र- नीमा तमांग, पता गांधी रोड, नबीन ग्राम, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल उल्लेख किया गया पाया गया।इस व्यक्ति के पास भारतीय पासपोर्ट संख्या – Z 4811413 और चीनी वीज़ा नंबर- M- 43055033 पाया गया।इस दौरान जांचकर्ता एसएसबी जवान एलटी तमांग ने नेपाल से आ रहे व्यक्ति से अपनत्व बढाते हुए उसके निवास के बारे में और ज्यादा जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया।लेकिन वह अपने आस-पास के पते के बारे में कुछ नहीं बता सका।
रिश्वत देने की कोशिश करने लगा
चीनी घुसपैठिया :चीनी नागरिक ने अपनी मां और पिता का जो नाम बताया वो पासपोर्ट में लिखे नामों से मेल नहीं खाता था। जब उससे कहा गया कि जो नाम उसने अभी बताए हैं, वे पासपोर्ट प्रमाण-पत्रों से मेल नहीं खाते हैं, तो उसने वहा मौजूद एसएसबी के एसआई जीडी शिव पासवान को 50,000 रूपये की रिश्वत तक की पेशकश कर दी। जिससे उसके ऊपर संदेह और गहरा गया। जिसके बाद उक्त व्यक्ति को खोड़ीबाडी पुलिस के हवाले कर दिया गया। इस दौरान खोडीबाड़ी पुलिस के द्वारा दार्जलिंग पुलिस से संपर्क कर उक्त व्यक्ति की छानबीन की गई तो दार्जलिंग पुलिस के द्वारा इस बात की पुष्टि की गई कि ऐसा कोई भी व्यक्ति पासपोर्ट में उल्लिखित क्षेत्र में नहीं रहता है।।इस दौरान खोडीबाड़ी पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच कर रही है। पूछताछ के बाद यह स्पष्ट हो पाएगा की वह कहा का रहने वाला है और वह कहा फर्जी पासपोर्ट के साथ कहा जा रहा था। इसके पहले भी जुलाई माह में इसी बॉर्डर से भारत-नेपाल सीमा के जरिए फर्जी दस्तावेजों के सहारे चीनी नागरिक ने दार्जिलिंग से भारत की सीमा में अवैध तरीके से घुसपैठ करने की कोशिश की थी। मगर, सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता के चलते उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बताया गया कि भारत नेपाल सीमा दार्जीलिंग की सशस्त्र सीमा बल पानीटंकी आउटपोस्ट के पास से चीना नागरिक को अवैध तरीके से भारत की सीमा में घुसने पर गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए चीनी नागरिक का नाम पेंग योंग्जिन था और वह नेपाल में फर्जी नाम उमेश रखकर रह रहा था। इसी नाम से उसने नेपाल का पासपोर्ट बनवा रखा था और इसी पासपोर्ट के जरिए वह भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। सुरक्षा एजेंसी सूत्रों के मुताबिक नेपाल में जब चीन के नागरिक का पासपोर्ट बना तो वहां उसे पासपोर्ट बनवाने में लोकल लोगों की मदद मिली। इस दौरान उसके पास से भारतीय मुद्रा 6330 रुपये और नेपाली मुद्रा 46860 रुपये भी जब्त किए गए थे। पकड़े गए चीनी नागरिक का नामवह चीन के शांहेई, विहाई फेंग का रहने वाला बताया था। इसी तरह से
चीनी नागरिक पेंग योंगजिन ने नेपाली पासपोर्ट और नागरिकता पहचान पत्र दिखाया था, जिसके सहारे वह भारत में प्रवेश करता, लेकिन एसएसबी जवानों ने उस पासपोर्ट की जांच की तो वह फर्जी निकला था इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, पुलिस ने इस मामले में गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज कर ली है। चीन मुल्क की कई सामान मिले थे: एसएसबी को शक हुआ और उसके सामान की जांच की गई तो उसके पास से चीन मुल्क की कई सामान, एक फोटो और एक आईडी प्रूव भी बरामद हुआ, जिस पर उसका नाम पेंग योगजिन लिखा हुआ था, जिससे उसके चीनी नागरिक होने का प्रमाण था, लेकिन उसने इस संदर्भ में एसएसबी को बताया कि यह उसका कैसीनो पहचान पत्र है, जिसका उपयोग वह काठमांडू में कैसीनो में काम करने के लिए करता था। चीनी नागरिक पर एफआईआर दर् पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।जानने की कोशिश कर रही हैं कि वह किस मकसद से भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा था। भारतीय क्षेत्र में नेपाल के रास्ते लगातार चीनी घुसपैठ यो की गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ी हुई है। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि भारत के सिलीगुड़ी चिकन नेक पर नजर रखने वाला चीन कही इन घुसपैठियों के माध्यम से कोई बड़ी साजिश तो नहीं रच रहा है।
घुसपैठ रोकने के लिए सीमा पर संयुक्त पेट्रोलिंग
इधर, दार्जिलिंग जिला के 100 किलोमीटर भारत- नेपाल सीमा की सुरक्षा में तैनात एसएसबी वाहिनी अधिकारी व जवानों ने नेपाल के एपीएफ जवानों के साथ सीमा पर संयुक्त पेट्रोलिंग की। दोनों देश के अधिकारियों ने भारत-नेपाल बॉडर पिलर पर करीब 5 किलोमीटर पैदल मार्च किया। साथ ही सीमा पर स्थित बॉडर पिलर की सुरक्षा एवं सीमा पर बढ़ रहे अतिक्रमण और सीमावर्ती क्षेत्र से होने वाले घुसपैठ को रोकने के लिए दोनों देश के अधिकारी ने पेट्रोलिंग किया। दोनों देश के अधिकारियों ने आपस में अपनी तालमेल भी बेहतर की। एसएसबी की ओर से बताया गया की सीमावर्ती क्षेत्र में अवैध घुसपैठ एवं तस्करी की रोकथाम को लेकर भारत-नेपाल की सीमा पर तैनात एसएसबी के द्वारा काफी चौकसी बरती जा रही है। एसएसबी जवानों द्वारा सीमावर्ती क्षेत्र में रात्रि नाका, पेट्रोलिंग के अलावे समय समय पर नेपाली पुलिस अधिकारियों एवं एपीएफ जवानों के साथ भी संयुक्त गस्ती कर सीमा पर होने वाले सभी गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं, ताकि सीमावर्ती क्षेत्र में तस्करी की घटना को रोका जा सके। सुरक्षा के दृष्टिकोण से वह सीमा पर हर प्रकार के निगरानी के लिये तैयार है.इस पेट्रोलिंग में नेपाल के एपीएफ इस्पेक्टर सहित एपीएफ एसएसबी के दर्जनों जवान शामिल थे। @ रिपोर्ट अशोक झा

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