पीने के पानी का मामला पहुंचा कोर्ट, मुख्यमंत्री ने कहा जल्द होगा समाधान
सिलीगुड़ी: राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नक्सलबाड़ी ब्लॉक के सेबदोल्लाजोत में गंभीर पेयजल संकट को हल करने के लिए पहल की है। वह बुधवार को कोलकाता से हवाई मार्ग से बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचे। सड़क मार्ग से कार्शियांग जाने से पहले उन्होंने हवाईअड्डे पर पत्रकारों से मुलाकात की और उस गांव की समस्याओं के समाधान के बारे में बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिलीगुड़ी नगर पालिका के मेयर गौतम देव और दार्जिलिंग की जिलाधिकारी प्रीति गोयल को पेयजल की समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया गया है। जब तक उस गांव में स्थायी पेयजल परियोजना विकसित नहीं हो जाती, तब तक सिलीगुड़ी नगर पालिका द्वारा पेयजल आपूर्ति की जायेगी, जिससे ग्रामीणों को पेयजल संकट से निजात मिल जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा , ”उस गांव को तत्कालीन सांसद सुरिंदर सिंह आहुलिवालिया ने गोद लिया था। इसीलिए राज्य सरकार ने अब तक हस्तक्षेप नहीं किया था। लेकिन अब जन स्वास्थ्य तकनीकी विभाग वहां पेयजल परियोजना पर काम कर रहा है। साथ ही जब तक काम पूरा नहीं हो जाता, तब तक सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से वहां पीने के पानी की टंकियां भेजी जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा ही होगा। मालूम हो कि ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए कोर्ट जाना पड़ा था। कोर्ट में केस दायर करने के लिए सरकारी अधिकारियों को बुलाया गया था। सिलीगुड़ी अनुमंडल के नक्सलबाड़ी का सेबडोल्लाजोत अब चलन में है। अभिजीत गंगोपाध्याय ने केस के दौरान ग्रामीणों से पेयजल समस्या के बारे में सुना। इसके बाद उन्होंने जल्द से जल्द पेयजल की समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया। इतना ही नहीं। बुधवार को जन स्वास्थ्य तकनीकी विभाग के अधिकारी ने सिलीगुड़ी उपजिला परिषद के अधिकारियों और उद्धृत संगठनों के अधिकारियों को तलब किया। लेकिन उस मामले की सुनवाई से पहले मुख्यमंत्री के इस कदम को ग्रामीण एक सकारात्मक कदम मान रहे हैं। @रिपोर्ट अशोक झा