आगमन उत्सव उमंग में जुटे देश के 20 राज्यों से 150 से भी अधिक साहित्यकार

आगमन उत्सव उमंग का आयोजन

लखनऊ। साहित्यिक संस्था ‘आगमन’ के जनक स्वर्गीय पवन जैन को श्रद्धांजली देकर 11 वाँ स्थापना दिवस मनाया गया। बुद्ध रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑडिटोरियम में संस्था के देश में ही नहीं, विदेश से आए आजीवन सदस्यों ने सतरंगी प्रतिभा के रंग बिखरे। दो सत्र में 8 घटों तक चले इस साहित्यिक आयोजन में, देश के 20 राज्यों से 150 से भी अधिक साहित्यकारों ने अपनी हिस्सेदारी निभाई। कार्यक्रम की शुरुआत कुलदीप कौर द्वारा की गई। कार्यक्रम के प्रथम सत्र का संचालन, शिप्रा खरे और मनीषा जोशी ने बहुत ही रोचक अंदाज में किया। दीप-प्रज्वलन के उपरांत गिन्नी सहगल ने अपनी नृत्य प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम के प्रथम सत्र के मुख्य अतिथि डॉ. अनिल मिश्रा और अध्यक्ष प्रो विश्वभर दयाल शुक्ला रहे साथ ही आगमन अतिथि मुनालश्री विक्रम बिष्ट, नीमा पंत, रिचा जोशी, कविता मल्होत्रा, तारा इकबाल, एडवोकेट के सरन, संजीव निगम उपस्थित रहे। कविता मल्होत्रा के वात्सलय टीम द्वारा नाटक “ब्लैंक चेक” की प्रस्तुति शानदार रही और साथ ही रशिका भसीन द्वारा बेहद खूबसूरत नृत्य प्रस्तुत किया गया। पंकज सिंह चावला द्वारा स्मृतिशेष पवन जैन को समर्पित एक डॉक्यूमेंट्री प्रस्तुत की गई। इसके बाद आजीवन सदस्यों की काव्य-रचनाओं के साझा-संकलन ‘अनन्या’ का विमोचन किया गया। दूसरे सत्र का संयुक्त सञ्चालन अनुराधा पाण्डेय एवं अभिषेक शुक्ला ने किया गया। द्वितीय सत्र के मुख्य अतिथि यदुनाथ सिंह मुरारी एवम अध्यक्ष डॉ अर्चना श्रीवस्तव रहे। विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार व लेखक मनीष शुक्ल, अलंकार रस्तोगी, नमिता सचान सुंदर आगमन अतिथि जुबैर अंसारी, मनोज शुक्ल मनुज, उपस्थित रहे। बालकवि प्रत्यूष की “रश्मिरथी” काव्य प्रस्तुति बेहद शानदार रही।आगमन अध्यक्ष निशान्त जैन ने सभी का आभार प्रकट करते हुए टीम को दिया!

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