मां पर मासूम बच्ची का गला रेतने का आरोप

Basti News:मां पर मासूम बच्ची का गला रेतने का आरोप

डाक्टरो की टीम ने बच्ची की बचाई जान
उप्र बस्ती जिले में कप्तानगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में गुरुवार को भयानक घटना हुई। आरोप है कि एक मां ने अपनी दुधमुंही बच्ची का गला रेतकर उसकी जान लेने की कोशिश की। घायल बच्ची को उसके पिता ने जिला अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने अथक प्रयास के बाद उसकी जान बचा ली। पुलिस ने इस मामले में आरोपित महिला से पूछताछ की है।

एक व्यक्ति अपनी ढाई माह की बच्ची को गुरुवार को बिस्तर लिटाकर दुलार रहा था। बच्ची के पिता का कहना है कि उसकी मां आई और बच्ची को दूध पिलाने के बाद उसे लेकर कमरे के अंदर चली गई। उसके कमरे में जाने के कुछ ही देर बाद बच्ची चीखने-चिल्लाने लगी। किसी अनहोनी की आशंका में वह दौड़कर कमरे में पहुंचा। कमरे के अंदर का दृश्य देखकर वह कांप गया। बच्ची का गला कटा हुआ था और वह खून में सन गई थी। उसने खून में सनी बच्ची को गोद में उठाया और जिला अस्पताल पहुंच गया। इमरजेंसी में तैनात आर्थो सर्जन डॉ. विनोद कुमार वर्मा ने तत्परता दिखाई। उन्होंने तत्काल कॉल कर ईएनटी सर्जन डॉ. एसएस कन्नौजिया को बुलाया। ईएनटी सर्जन के साथ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. मयंक पांडेय और डॉ. विजय तिवारी भी पहुंच गए। तीनों ने काफी सतर्कता के साथ बच्ची के गले का ऑपरेशन किया और उसकी जान बचाई। उसे आईसीयू में शिफ्ट किया गया। वहीं दूसरी ओर देर रात बच्ची को बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। इधर इस घटना से गांव में सनसनी फैल गई। सूचना पाकर कप्तानगंज प्रभारी निरीक्षक दीपक दुबे भी कुछ महिला पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर जा पहुंच गए। उन्होंने आरोपी मां से पूछताछ की है। प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि इस मामले में कोई तहरीर नहीं मिली है।
पिता का कहना है कि बच्ची की मां मानसिक रूप से परेशान रहती है। पिता ने बताया कि डेढ़ साल पूर्व एक बच्ची हुई थी, उसकी भी मौत हो चुकी है। यह बच्ची दूसरी संतान है। बच्ची के ऑपरेशन में डॉ. अरविंद कुमार, आदित्य उपाध्याय आदि ने सहयोग किया।
वही कहा कि पत्नी मानसिक रूप से पीड़ित है। उसने बताया कि बुरे साए से निजात पाने के लिए पत्नी संग बालाजी का दर्शन भी करने गया था। वह काफी दिनों से किसी बुरी आत्मा की शिकार है। उसने बताया कि पत्नी के इलाज के लिए कई डाक्टरों और तांत्रिकों को दिखा चुका है।

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