ईडी के शिकंजे में आया एक और शिक्षक नियुक्ति घोटाले का मास्टर माइंड
कोलकाता: शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में बिजनेसमैन प्रसन्ना रॉय को 11 घंटे लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों ने दावा किया है कि उन्होंने नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों और पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी समेत कई प्रभावशाली नेताओं के बीच मीडिएटर की भूमिका निभाते हुए शिक्षा घोटाले में अहम भूमिका निभाई है।घंटों लंबी पूछताछ के बाद प्रसन्ना रॉय गिरफ्तार ईडी ने सोमवार को व्यवसायी प्रसन्ना रॉय को शिक्षक घोटाला मामले में कोलकाता के सीजीओ कॉम्प्लेक्स में पूछताछ के लिए बुलाया था, जहां जांच एजेंसी ने उनके 11 घंटे तक लंबी पूछताछ की और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया।सूत्र ने दावा किया है कि उन्होंने शिक्षा घोटाला में कैंडिडेट और पूर्व शिक्षा मंत्री समेत कई नेताओं के साथ बातचीत कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बता दें कि पिछले साल दिसंबर में केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की थी और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद रॉय आज कोलकाता में ईडी कार्यालय में जांच अधिकारी के सामने पेश हुए थे. जांच एजेंसी ने उन्हें लंबी पूछताछ के बाद शिक्षा घोटाला मामले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार कर लिया है। CBI भी कर चुकी है गिरफ्तार: वहीं, पिछले साल इसी मामले में प्रसन्ना रॉय को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था।एजेंसी ने शिक्षक भर्ती मामले में उनके खिलाफ आरोप पत्र भी अदालत में दायर किया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत के बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया था और वो पिछले कुछ महीनों से जेल से बाहर थे। क्या है मामला: कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के बाद ईडी और सीबीआई दोनों एजेंसियां कथित शिक्षक भर्ती में हुई अनियमितताओं की जांच कर रही हैं।
जांच के दौरान प्रसन्ना रॉय का नाम सामने आया था, जिसके बाद पिछले साल दिसंबर में प्रवर्तन निदेशालय ने शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में कोलकाता में चार्टर्ड अकाउंटेंट, व्यापारियों सहित अन्य लोगों के घर और ऑफिस पर छापेमारी की थी।वहीं, इसी मामले में आरोपी पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और कई तृणमूल कांग्रेस के नेता, राज्य शिक्षा विभाग के अधिकारी जेल में हैं।रिपोर्ट अशोक झा