उत्तर कन्या अभियान में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओ पर बंगाल पुलिस ने जमकर भांजी लाठियां

उत्तर कन्या अभियान में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओ पर पुलिस ने जम कर भांजी लाठियां
– अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री देर शाम किया रिहा, जमकर हो रहा विरोध
सिलीगुड़ी: बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न और जुल्मों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के राष्ट्रीय महासचिव यज्ञवलकर को गिरफ्तार किया गया है।अभाविप कार्यकर्ताओं ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं द्वारा हिन्दू घरों से जबरन नाबालिग कन्या व महिलाओं को चिन्हित कर उनका बलपूर्वक अपहरण कर पार्टी कार्यालय में लाकर अत्याचार, दुराचार करने के कृत्यों की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है तथा इस सम्बंध में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। आज एबीवीपी का जुलूस हिंदी हाई स्कूल मैदान से शुरू हुआ। जुलूस बर्दवान रोड से होते हुए तीन बत्ती मोड़ पहुंचा। उत्तरकन्या अभियान को सफल होने से रोकने के लिए तीन बत्ती मोड़ पर बड़ी संख्या में पुलिस बल और रैफ के जवान तैनात थे। जैसे ही जुलूस तीनबत्ती मोड़ पर पहुंचा, उसने बैरिकेडिंग तोड़ दी और आगे बढ़ने की कोशिश की। एबीवीपी की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से संदेशखाली मामले में न्याय की मांग पर प्रदर्शन किया गया।इसमें हजारों की संख्या में एबीवीपी के छात्र-छात्राएं शामिल थे. इस दौरान पुलिस ने अचानक प्रदर्शन खत्म करने को कहा।छात्रों ने बताया कि शांतिपूर्वक तरीके से विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इसे खत्म नहीं करेंगे। तब पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी और यज्ञवलकर समेत सीड्ल्यूसी के सदस्य शुभव्रत अधिकारी और कई अन्य छात्र-छात्राओं को हिरासत में ले लिया। जमकर लाठी भांजी। गिरफ्तार कार्यकर्ता और नेताओं को वाहन में सिलिगुड़ी पुलिसकमिश्नरेट ले जाया गया जहां से देर शाम रिहा किया जाना है। अभाविप के प्रदेश मीडिया संयोजक अभिनव मिश्र ने बताया कि विगत 10 फरवरी को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंद बोस के संदेशखाली दौरे के कारण इस वीभत्स शोषण की सच्चाई जनमानस के समक्ष आई है। आज इसी सम्बंध में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल अन्य कार्यकर्ताओं के साथ आंदोलित थे तथा उनके द्वारा विरोध किए जाने पर गिरफ्तार कर लिया गया। इसी के विरोध में अभाविप इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा छात्रसंघ भवन पर ममता सरकार द्वारा गिरफ्तारी एवं तानाशाही के विरोध में पुलता फूंका गया तथा ममता सरकार के इस्तीफे की मांग की। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इविवि के इकाई मंत्री आलोक त्रिपाठी ने कहा कि ममता सरकार के विरुद्ध आंदोलन कर रहे अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री सहित अन्य कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिन्दू महिलाओं को चिन्हित कर उनके साथ दुराचार के अनेकों प्रकरण सामने आए हैं और सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करते हुए इस प्रकरण को समाज से दूर रखने के काफी प्रयत्न किए गए हैं। आज, अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री की गिरफ्तारी कर पश्चिम बंगाल में लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की गई है। यदि ममता सरकार ने जल्द इस्तीफा नहीं दिया तब अभाविप एक उग्र राष्ट्रव्यापी आंदोलन करने को बाध्य होगी। रिपोर्ट अशोक झा

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