रामनवमी हिंसा के मामले में 11 और आरोपी गिरफ्तार
कोलकाता। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पश्चिम बंगाल में हुई रामनवमी हिंसा के मामले में 11 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एनआईए ने गिरफ्तारी के बाद जारी बयान में कहा, 11 आरोपियों की पहचान शमीम अहमद उर्फ नंगे, बलवंत सिंह, महमूद आलम, महफूज आलम उर्फ सोनू, शमशाद आलम उर्फ दानिश, मोहम्मद अली उर्फ सूरज, सलीम जावेद उर्फ जवाद, सरफराज आलम उर्फ ललन, फिरोज खान, मोहम्मद समीर अंसारी उर्फ राज और शमशाद हुसैन उर्फ शमशाद अली उर्फ राजा के रूप में हुई है।इस केस को 27 अप्रैल 2023 को एनआईए को स्थानांतरित कर दिया गया था। ये सभी 11 आरोपी 30 मार्च 2023 को हावड़ा पुलिस आयुक्तालय के शिबपुर में राम नवमी मनाने के लिए निकाले गए जुलूस के दौरान एक विशेष समुदाय के सदस्यों पर हमलों की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने में शामिल लोगों में से थे। जांच के दौरान एनआईए ने विभिन्न स्थानों से जब्त किए गए वीडियो फुटेज से आरोपियों की पहचान की थी। जांच के दौरान एनआईए ने अन्य बड़े खुलासे भी किए, जिसके परिणामस्वरूप ये गिरफ्तारियां हुईं. साथ ही 26 फरवरी 2024 को 16 लोगों की गिरफ्तारी हुई। गिरफ्तार किए गए 11 आरोपियों की पहचान शमीम अहमद उर्फ नंगे, बलवंत सिंह, महमूद आलम, महफूज आलम उर्फ सोनू, शमशाद आलम उर्फ दानिश, मोहम्मद अली उर्फ सूरज, सलीम जावेद उर्फ जवाद, सरफराज आलम उर्फ लालन, फिरोज खान, मोहम्मद समीर के रूप में हुई है। अंसारी उर्फ राज और शमशाद हुसैन उर्फ शमशाद अली उर्फ राजा ये सभी हावड़ा के शिबपुर के रहने वाले हैं. 4 बाय लेन, पीएम बस्ती, शिबपुर, हावड़ा में हमले के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा के मद्देनजर राज्य पुलिस ने शुरू में 36 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 27 अप्रैल 2023 को रामनवमी समारोह के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा से संबंधित सभी मामलों को एनआईए को स्थानांतरित करने का आदेश दिया था। मामले में एनआईए अपनी जांच जारी रखे हुए है। रिपोर्ट अशोक झा