बीबीडी ग्रुप के संस्थापक डॉअखिलेश दास गुप्ता की 63जयंती सेवा संकल्प के रूप मनाया गया
बीबीडी ग्रुप के संस्थापक डॉअखिलेश दास गुप्ता की 63जयंती सेवा संकल्प के रूप मनाया गया
उप्र लखनऊ बीबीडी ग्रुप के संस्थापक पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं लखनऊ के मेयर रहे डॉ0 अखिलेश दास गुप्ता की 63वीं जयन्ती रविवार को लखनऊ में सेवा संकल्प के रूप में मनाया गया। बीबीडी ग्रुप की चेयरपर्सन अलका दास गुप्ता और बीबीडी ग्रुप के प्रेसिडेंट विराज सागर दास चित्र पर चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। जयंती पर मंदिर पर भण्डारा, अस्पतालो में फल वितरण और संगोष्ठी का आयोजन हुआ।
चेयरपर्सन अलका दास गुप्ता कहा कि डॉ0 अखिलेश दास ने शिक्षा और खेल के क्षेत्र में अतुलनीय कार्य किये गये हैं। बीबीडी एजुकेशनल ग्रुप को विश्वस्तरीय बनाने, निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा, समाज सेवा के क्षेत्र में उनका जो सपना था वह आज साकार हो रहा है। लोगों के लिए तमाम निःशुल्क सेवाएं आज संजीवनी बन चुकी हैं। धार्मिक विरासत की पहचान ऐतिहासिक गणेश महोत्सव बन चुका है। बीबीडी ग्रुप अपने समाजसेवा के संकल्प के तहत जहां सर्दियों में शहर के प्रत्येक चौराहों पर अलाव जलवाने, गरीबों को कम्बल वितरण करने, तपती गर्मियों में प्याऊ लगवाकर ठंडे पानी से लोगों की प्यास बुझाने और समय-समय पर भण्डारे का आयोजन कर भोजन वितरण के कार्यक्रमों के जरिए समाजसेवा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। समाजसेवा ही बीबीडी ग्रुप का एकमात्र लक्ष्य है।
विराज सागर दास ने कहा कि पिताजी का लक्ष्य था कि जनता की सेवा करना उन्होनें शिक्षा और खेल के क्षेत्र में बढ़ावा दिया। जब मेयर रहे तो बैडमिंटन अकादमी बनायी, आज उनकी प्रेरणा से अखिलेश दास फाउण्डेशन के माध्यम से काम कर रहे हैं आप सभी लोग हमसे जुड़े हैं आप लोगों के प्यार से हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं। हमारा प्रयास है कि उनके नाम को और अपने बाबा पूर्व मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास के नाम को लेकर आगे जाऊं। लखनऊ को शिक्षा एवं खेल के क्षेत्र में भारत ही नहीं विश्व में आगे ले जायें इसके लिए बीबीडी ग्रुप के जरिए काम कर रहे हैं इसके लिए आप सबका सहयोग चाहिए। इस मौके पर प्रमुख रूप से बीबीडी ग्रुप की चेयरपर्सन श्रीमती अलका दास, वाइस प्रेसीडेंट श्रीमती देवांशी दास एवं सुश्री सोनाक्षी दास, मुख्य अधिशासी निदेशक, बीबीडी एजुकेशनल ग्रुप, श्री आर.के. अग्रवाल सहित बीबीडी परिवार के तमाम सदस्य मौजूद रहे।