काशी में गंगातट पर उगते सूर्य को अर्ध्य देकर नवसंवत्सर का अभिनन्दन

वाराणसी । काशी के प्रबुद्ध नागरिकों ने मंगलवार को पूर्व महापौर रामगोपाल मोहले और काशी हिन्दू विश्वविधालय के पुर कुलपति प्रो गिरीश चंद त्रिपाठी की अगुवाई में अस्सी घाट पर प्रातःकाल उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर नवसंवत्सर का अभिनन्दन किया । कार्यक्रम का आयोजन कुसुम मोहले स्मृति न्यास एवं सुबह ए बनारस की ओर से किया गया था ।
गौरतलब है कि दोनों ही संस्थाओं द्वारा यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष चैत्र शुल्क प्रतिपदा को भारतीय हिन्दू नव वर्ष के स्वागत के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है । इस आयोजन का उत्तरोत्तर विस्तार होता जा रहा है । इस अवसर पर सुबह ए बनारस के संयोजक डा , रत्नेश वर्मा ने सनातन हिन्दू विधि विधान से कार्यक्रम में शामिल प्रबुद्ध नागरिकों का स्वागत किया और सभी को भारतीय नव वर्ष की शुभकामना दी ।
कार्यक्रम में पूर्व महापौर रामगोपाल मोहले के नेतृत्व में सभी ने सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हुए देश और विश्व के सुख , समृद्धि और कल्याण की कामना की। इस मौके पर भारतीय सनातन संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के संकल्प को दोहराते हुए कहा गया कि नई पीढ़ी को सनातन संस्कारों के प्रति जागरूक करने के लिए इस तरह के आयोजन आवश्यक है । संस्कृति ही समाज की रीढ़ होती है । रीढ़ विहीन समाज न ही अपना और न ही देश तथा विश्व का कल्याण कर सकता है । गंगा तट पर सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के दौरान वेद मंत्रों के सस्वर पाठ व शंख ध्वनि से अस्सी घाट पर अलौकिक दृश्य उतपन्न हो गया था । बड़ी संख्या में मौजूद लोग हर हर महादेव और हर हर गंगे का जय घोष कर रहे थे ।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अजय कुमार गुप्ता ” अज्जू ” , प्रो, रामनारायण द्विवेदी , प्रो , श्रद्धानंद , किशन जालान , अभय सिंह , सुधीर मिश्र , सुभाष सिंह , डा रीता सिंह , वी सुब्रमण्यम मणि , ए के झा , डा वीरेंद्र प्रताप सिंह , प्रमोद मिश्रा ,अशोक मिश्र , मुन्नालाल अग्रहरि , रविदास मंदिर के महंत भारत भूषण आदि शामिल रहे ।

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