एक बार फिर सुर्खियों में संदेशखाली, क्या किसी बड़ी साजिश की चल रही थी तैयारी
कोलकाता: बीते कई महीनों से चर्चा में चल रहा संदेशखाली अब नए विवादों में आ गया है। पश्चिम बंगाल के इस कस्बे में सीबीआई की छापेमारी के बाद जो चीजें मिली हैं उसने हर किसी का होश उड़ा दिया है। हालांकि इसको लेकर राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में है।
जहां सालों से यौन उत्पीड़न का शिकार महिलाएं सड़कों पर लाठी, डंडे और झाड़ू लेकर निकल आईं थीं। यही संदेशखाली अब एक बार फिर सुर्खियों में है।इस बार इसलिए क्योंकि संदेशखाली के सरबेड़िया इलाके में अबू तालिब नामक एक इंसान के घर से हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है। ईडी पर हमले की घटना की जांच कर रही सीबीआई संदेशखाली इलाके में पिछले कुछ दिनों से सक्रिय थी। इस दौरान सीबीआई कई जगहों पर छापेमारी भी कर चुकी थी. आज सीबीआई को अपने सूत्रों से जानकारी मिली कि सरबेड़िया के उस घर में कुछ दस्तावेज और बम छुपे हो सकते हैं। जिसके बाद सीबीआई की टीम वहां पहुंची और छापेमारी शुरू की. अधिकारियों के होश तब उड़ गए जब उन्होंने देखा की जमीन के नीचे एक छोटी सी जगह बनाकर उसमें कुछ हथियार छुपाकर रखे गए हैं। इसके बाद सीबीआई की टीम ने वहां पर एनएसजी को बुलाया। एनएसजी की टीम अपने अत्याधुनिक उपकरणों के साथ वहां पहुंची।
बड़ी संख्या में असलहे बरामद: सबसे पहले एनएसजी ने अपने एक कैमरा युक्त रोबोट को जोड़ा। रोबोट रोबॉट मकान के अंदर गया और काफी देर तक अंदर ही रहा। तब तक एनएसजी के अधिकारी बाहर से मॉनिटर करके रोबोट को संचालित कर रहे थे। कुछ ही देर में ये रोबोट एक झोला लेकर बाहर आया।जिसके बाद एनएसजी की टीम ने एक जगह रेत के बोरे डालकर उस जगह को तैयार किया और वहीं पर रोबोट के जरिये ये झोला लाकर रखा। इसके बाद एनएसजी का बम निरोधक दस्ता, वहां पहुंचा और एक एक कर सभी बमों को निष्क्रिय किया। सीबीआई ने रेड के दौरान 4 विदेशी पिस्टल, एक इंडियन रिवॉल्वर, एक पुलिस की कोल्ट रिवॉल्वर, एक देशी पिस्टल यानी 7 असलहों के साथ 348 कारतूस मिले. जिसमें 9 mm के 120, .45 कैलिबर के 50 कारतूस, .38 के 50 कारतूस और .32 के 8 कारतूस बरामद किए गए। CBI को यहां से शेख शाहजहां के कई परिचय पत्र भी मिले हैं जिसमें वोटर कार्ड, हथियारों का लाइसेंस, आधार कार्ड शामिल हैं।
कौन है ये अबू तालिब?
पेशे से ई-रिक्शा चालक अबू तालिब उसी सरबेड़िया इलाके में रहता है, जहां संदेशखाली का बेताज बादशाह रहा शेख शाहजहां रहा करता था। अबू तालिब इलाके के टीएमसी नेता हाफिज़ुल खान का रिश्तेदार है, जो कि शेख शाहजहां का करीबी बताया जाता है. माना जा रहा है कि ये हथियार शेख शाहजहां के ही हैं, जिन्हें उसने ED पर हमले की घटना के बाद यहां रखवाया। सूत्रों के अनुसार अबू तालिब ने ये कमरा करीब छह महीने पहले बनवाया था। लेकिन इसकी फ्लोरिंग एक डेढ़ महीने के बीच ही हुई है। तो क्या शाहजहां के आदेश पर ही अबू तालिब ने ये हथियार छुपाने के लिए फ्लोरिंग करवाई ताकी ऊपर से नजर न आये कि जमीन के नीचे क्या राज छुपे हैं?
क्या है शेख शाहजहां का कनेक्शन?
इसे लेकर ये सवाल भी उठ रहे हैं कि 5 जनवरी को क्या इन्हीं असलहों को छुपाने के लिए शेख शाहजहां ने ईडी की टीम को घर में घुसने नहीं दिया? क्या और भी हथियार शाहजहां ने दूसरी जगह छुपाए हैं? क्या इन असलहों को उसने चुनाव के दौरान प्रयोग करने के लिए जुटाया था? घटना के बाद भी शाहजहां अपने ही इलाके में छुपा था तो क्या उस दौरान वो अपनी काली करतूतों के सबूत छुपा रहा था?सत्तारूढ़ दल टीएमसी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी मौजूदा लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य को बदनाम करने की साजिश रच रही है। दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ने टीएमसी के इस आरोप पर पलटवार करते हुए तृणमूल कांग्रेस पर आतंकवादियों को बचाने और राष्ट्र-विरोधी तत्वों के साथ गुप्त समझौता करने का आरोप लगाया। बता दें कि सीबीआई ने शाहजहां शेख केस में शुक्रवार को संदशखाली में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की थी. इस दौरान उसे हथियार और गोला बारूद मिले थे।
ममता बनर्जी को गिरफ्तार किया जाए- सुवेंदु
इसी बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा, “संदेशखाली में पाए गए सभी हथियार विदेशी हैं। आरडीएक्स जैसे विस्फोटकों का इस्तेमाल भयानक राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में किया जा रहा है। इन सभी हथियारों का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों द्वारा किया जाता है। मैं तृणमूल कांग्रेस को आतंकवादी संगठन घोषित करने और ममता बनर्जी को गिरफ्तार करने की मांग करता हूं।
‘यह चुनाव के दौरान हमें बदनाम करने की BJP की चाल’
तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने कहा, “हमें नहीं पता कि कुछ बरामद हुआ है या नहीं। सीबीआई जो कह रही है, हमें उस पर संदेह है। मामले की उचित जांच होनी चाहिए. भाजपा हमें बदनाम करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग कर रही है। यह चुनाव के दौरान हमें बदनाम करने की भाजपा की चाल हो सकती है। ‘ममता बताएं, राज्य में अवैध हथियारों का इतना बड़ा भंडार क्यों’
दूसरी तरफ बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि हथियारों का जखीरा और कुछ नहीं बल्कि आतंकवादी कृत्य है, जो देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए है. उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “ईडी अधिकारियों पर हमले के सिलसिले में छापेमारी के दौरान सीबीआई ने संदेशखाली में भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया। पश्चिम बंगाल की गृह मंत्री के रूप में ममता बनर्जी को यह बताना चाहिए कि राज्य में अवैध हथियारों का इतना बड़ा भंडार क्यों है।”’तुष्टीकरण से राज्य में राष्ट्र-विरोधी तत्वों को मिल गई है खुली छूट’
वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने भी इस मामले में टीएमसी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति के कारण राज्य में राष्ट्र-विरोधी तत्वों को खुली छूट मिल गई है। रिपोर्ट अशोक झा