दिलीप घोष के वाहन पर हमला, टीएमसी ने कहा विपरीत एक्शन का रिएक्शन होगा

सिलीगुड़ी: भाजपा नेता दिलीप घोष के काफिला पर हमला को लेकर कोलकाता में TMC नेता शशि पांजा ने कहा, बंगाल में कई बूथ से गड़बड़ी की शिकायत आई। अगर मतदाताओं को परेशान किया जाएगा. CISF, भाजपा उम्मीदवार के सिक्योरिटी गार्ड परेशान करेंगे तो इसके विपरीत एक्शन का रिएक्शन होगा। कुछ घटनाएं ऐसे हो जाती हैं। भाजपा प्रार्थी दिलीप घोष को मंतेश्वर में तृणमूल के विरोध का सामना करना पड़ा। इस दाैरान तृणमूल कार्यकर्ताओं ने हंगामा करते हुए दिलीप घोष की गाड़ी को रोक दिया। बर्धमान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार दिलीप घोष के वाहन पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। पथराव करने लगे। इस घटना में दिलीप घोष का एक सुरक्षा गार्ड बुरी तरह घायल हो गया. वहीं अब इस घटना के बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। बीजेपी का आरोप है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा गुंडई दिखात हुए यह पथराव किया गया। ऐसे में उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए।सुरक्षागार्ड के सिर में लगी चोट: जानकारी के मुताबिक, दिलीप के साथ मौजूद सुरक्षा गार्ड सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार और कांस्टेबल रामू प्रमुख पर हमला किया गया सुरक्षागार्ड के सिर में चोटें भी लगी हैं। हमले के बाद घायल सुरक्षाकर्मियों को बर्धवान मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया।कीर्ति आजाद ने घोष पर बोला हमला: यहां तक ​​कि काफिले में शामिल सुरक्षा गार्डों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई। हमले पर दुर्गापुर सीट से टीएमसी उम्मीदवार कीर्ति आजाद ने कहा कि दिलीप घोष कमजोर आदमी हैं। कारों में 40 गुंडों के साथ घूम रहे हैं। चुनाव आयोग कुछ नहीं कर पा रहा है। यह सबसे बड़ी शर्म की बात है।
दूसरी ओर टीएमसी नेता ने कहा कि हमें लगता है कि उनके ही सुरक्षाबलों ने शायद तोड़फोड़ की है। दुर्गापुर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार दिलीप घोष ने कहा, कुछ जगहों पर हमारे एजेंट को बैठने नहीं दिया जा रहा है। हमने ऐसी कुछ जगहों पर जबरदस्ती अपने एजेंट लगाए हैं और मैं वहां जब जा रहा हूं तो हम पर पथराव हुआ। मेरे सुरक्षाबलों को मारा गया। हमारे सुरक्षाबल के सिर पर पर चोट लगी है। जिन मतदान केंद्र में मतदान करने नहीं दिया जा रहा, वहां जब मैं जा रहा हूं तब हिंसा होती है। प्रश्न यह है कि पुलिस कहां है? दिलीप घोष तो खुद ही चाहते हैं कि हिंसा हो। उनके हर भाषण में हिंसा को उत्साह देने वाली बातें होती हैं। हमें लगता है कि उनके ही सुरक्षाबलों ने शायद तोड़फोड़ की हो। बता दें कि दिलीप घोष के वाहन पर कथित रूप से तृममूल कांग्रेस समर्थकों द्वारा पथराव की घटना के दौरान CISF का एक सुरक्षाकर्मी घायल हो गया। घायल सुरक्षाकर्मी को अस्पताल ले जाया गया और उसका इलाज चल रहा है। इसके पहले ऐसे में इस सीट पर चुनावी मैदान में आमने-सामने खड़े बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों दिलीप घोष और कीर्ति आजाद को गले मिलते देखा गया। मतदान केंद्र के बाहर दिलीप घोष और कीर्ति आजाद न सिर्फ एक दूसरे से गले मिले और हंसी-मजाक भी करते नजर आए। इस दौरान दिलीप घोष ने कीर्ति आजाद से मजाक में कहा कि धूप में मत घूमो। गाड़ी में बैठ जाइए।इस पर कीर्ति आजाद ने कहा कि हमको तो बचपन से आदत है, समर क्रिकेट खेलने की।. उनका इतना कहते ही घोष तंज कसते हुए कहते हैं कि ये बचपन नहीं है न. इस पर कीर्ति आजाद कहते हैं कि हम तो अब भी जवान हैं।बर्धमान-दुर्गापुर सीट का इतिहास: बर्धमान-दुर्गापुर पश्चिम बंगाल के पश्चिमी बर्धमान जिले की लोकसभा सीट है. ये सीट 2009 में बनी थी और ये अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। इस सीट पर पहली बार हुए चुनाव में सीपीएम के प्रोफेसर एस. के सैदुल हक ने जीत हासिल की थी, उन्होंने कांग्रेस की नरगिस बेगम को हराया था. 2014 के चुनाव में सियासी समीकरण बदले और ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की डॉक्टर ममताज संघमिता ने सीपीएम के एस के सैदुल हक को हराया और सांसद चुनी गईं थी।2019 के चुनाव में बीजेपी के डॉ. एसएस आहलूवालिया ने लगभग तीन हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्हें 5.98 लाख वोट मिले थे, जबकि टीएमसी की ममताज संघमिता को 5.95 लाख वोट हासिल हुए थे।रिपोर्ट अशोक झा

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