बंगाल के आठ लोकसभा क्षेत्रों में सबसे ज्यादा 75.66 प्रतिशत मतदान

कोलकोता : पश्चिम बंगाल में सोमवार को आठ लोकसभा क्षेत्रों में शाम पांच बजे तक 75.66 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके साथ ही कई स्टार उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। बोलपुर (एससी) लोकसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 77.77 प्रतिशत मतदान हुआ है।पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय (सीईओ) के मुताबिक रानाघाट (एससी) में 77.46 प्रतिशत, बर्दवान-पूर्व में 77.36 प्रतिशत, कृष्णानगर में 77.29 प्रतिशत, बीरभूम (एससी) में 75.45 प्रतिशत, बहरमपुर में 75.36 प्रतिशत, बर्दवान-दुर्गापुर में 75.02 प्रतिशत और आसनसोल में 69.43 प्रतिशत मतदान हुआ है। कुल एक करोड़ 45 लाख 30 हजार 17 मतदाता थे, जिनमें से 73 लाख 84 हजार 356 पुरुष, 71 लाख 45 लाख 379 महिलाएं और 282 तीसरे लिंग के मतदाता थे। 15 हजार 507 मतदान केंद्रों पर मतदान हुए हैं।इस चुनाव में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा, महुआ मोइत्रा और यूसुफ पठान, भाजपा के एसएस अहलूवालिया और दिलीप घोष जैसे स्टार कैंडिडेट्स के राजनीतिक भाग्य का फैसला होगा। चुनाव में प्रवासी श्रमिकों, पेयजल आपूर्ति और उद्योग धंधों के बंद होने समेत नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) मुख्य मुद्दे रहे हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने इन सीटों पर अपनी-अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में कई रैलियां एवं रोड शो किए थे। लोकसभा सदस्य और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी बहरमपुर से लगातार छठी बार चुनाव लड़ रहे हैं, पिछले तीन दशकों से उनका गढ़ मानी जाने वाली इस सीट पर उनके दबदबे की परीक्षा होने वाली है। इस सीट पर तृणमूल ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर यूसुफ पठान को चुनाव मैदान में उतारा है।
महुआ मोइत्रा:पश्चिम बंगाल में चौथे चरण में नदिया ज़िले की कृष्णनगर सीट पर भी मतदान हो रहा है. यहां से तृणमूल कांग्रेस की कद्दावर नेता महुआ मोइत्रा मैदान में हैं, उनका मुक़ाबला बीजेपी की अमृता राय से है. पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से मोइत्रा ने बीजेपी के कल्याण चौबे को हराया था. इस सीट पर साल 2009 से ही तृणमूल कांग्रेस जीतती आई है. बीजेपी यहां 25 साल पुराने इतिहास को दोहराने का दावा कर रही है. साल 1999 में बीजेपी के सत्यब्रत मुखर्जी यहां से चुनाव जीत चुके हैं.
यूसुफ़ पठान:पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद ज़िले के बहरमपुर से पूर्व क्रिकेटर और टीएमसी नेता यूसुफ़ पठान मैदान में हैं. टीएमसी ने उन्हें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी के ख़िलाफ़ उतारा है. साल 1999 से ही अधीर रंजन चौधरी इस सीट से जीतते आ रहे हैं. 2014 और 2019 के चुनाव में टीएमसी यहां दूसरे नंबर पर रही. 2014 में अधीर ने टीएमसी उम्मीदवार को ढाई लाख से ज़्यादा वोटों से हराया था, वहीं 2019 में ये आंकड़ा घटकर क़रीब 80 हज़ार रह गया। शत्रुघ्न सिन्हा:पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से शत्रुघ्न सिन्हा मैदान में हैं. वो यहां से साल 2022 में उपचुनाव जीत चुके हैं. उन्होंने बीजेपी की अग्निमित्रा पॉल को हराया था. इस बार उनका मुक़ाबला बीजेपी उम्मीदवार एसएस अहलूवालिया से है. साल 2019 में यहां से बीजेपी के बाबुल सुप्रियो जीते थे. लेकिन बाद में वो इस्तीफ़ा देकर तृणमूल कांग्रेस में चले गए, जिसकी वजह से यहां उपचुनाव हुए थे।कीर्ति आजाद: दक्षिण बंगाल में स्थित बर्धमान-दुर्गापुर लोकसभा सीट पर पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद टीएमसी के उम्मीदवार हैं। कीर्ति आजाद 1983 की विश्व विजेता क्रिकेट टीम का हिस्सा थे। उनके पिता भगवत झा आजाद बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं।​ इस चुनाव में भाजपा ने यहां से प्रदेश अध्यक्ष रहे दिलीप घोष को उतारा है​|​ वहीं, भाकपा ने सुकृति घोषाल को अपना चेहरा बनाया है। ​इस​ सीट से पिछली बार भाजपा के एसएस अहलूवालिया जीते थे। जो इस बार आसनसोल से उम्मीदवार हैं। रिपोर्ट अशोक झा

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