बांदा में 13 गौवंशों की जहरीली घास खाने से मौत

 

बांदा जिले में नरैनी तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत मोतिहारी गांव में गौशालाओं से छोड़े गये बेसहारा गौवंशो में 13 गौवंश आसपास के खेतों में मृतावस्था में पाये गये। ग्रामवासियों ने फौरन गौ रक्षा समिति के तहसील अध्यक्ष सोनू करवरिया को जानकारी दी।जानकारी पाते ही वे तत्काल अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और देखा कि 13 गौवंश अलग-अलग स्थानों पर मृत पड़े हुए हैं। लोगों ने बताया कि यहाँ पर एक खेत में लगभग 4 से 5 बीघा में हरी घास बोई हुई है जिससे आशंका है कि इसी घास के खाने इनकी मृत्यु हुई है। क्योंकि जिस जगह घास बोई हुई थी वहां पर पांच गोवंश मृत मिले। बाकी लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर 8 गोवंश मृत मिले हैं।
विश्व हिन्दू गौरक्षा समिति के तहसील अध्यक्ष सोनू करवरिया ने बताया कि इस समय अधिकतर गौवंश गौशालाओं से छोड़ दिये गये हैं।जिसके चलते भूख, प्यास से ब्याकुल गौवंश या तो दूसरों के खेतों में घुसते हैं,या फिर अन्य अपशिष्ट पदार्थ खा लेते हैं। जिससे अधिकतर गौवंश कभी-कभी गंभीर रुप से बीमार भी हो जाते हैं जिससे उनकी मृत्यु तक हो जाती है। इस हृदयविदारक घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को देने पर उनके ही मौजूदगी में सभी मृत गोवंशों का चिकित्सकों द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया। जिसकी रिपोर्ट में पाया गया कि जो घास बोई हुई थी वह जहरीली है।उसके खाने से इनके शरीर में जहर फैल जाने से ही इनकी मृत्यु हुई है फिलहाल मौके पर मौजूद पशु विभाग और उपस्थिति फॉरेंसिक टीम द्वारा मृत गौवंशों का सैंपल लेकर जांच के लिए बाहर भेजा गया है जिसके परिणाम आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
करवरिया ने कहा कि गौवंशों के नाम पर प्रशासनिक धन का बंदरबांट करने वाले जिम्मेदारों के इस कुकृत्य ने इन बेजुबानों को बेसहारा कर बहुत ही घिनौना कार्य किया है जिनके इस घृणित कार्य से गौवंशों असमय हुयी मौतों के लिये शायद ईश्वर भी उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगा। इस अप्रिय घटना के सम्बन्ध में जिलाध्यक्ष महेश कुमार प्रजापति ने कहा कि यह एक बहुत बड़ी घटना है इस घटना से समाज में बहुत गलत संदेश जाता है इस समय गोवंशों के प्रति बहुत निंदनीय व्यवहार हो रहा है।जो गोवंश गौशाला में है, उनकी भी खाने-पीने की ठीक से व्यवस्था नहीं की जाती। सम्बंधित अधिकारी सिर्फ कमीशनखोरी के चक्कर में अपना पेट भरते हैं और बेजुबान गोवंश भूख के कारण इधर-उधर घूमता है जिसके परिणामस्वरूप ऐसी घटनाये होना स्वाभाविक है। इस मौके में नरैनी ब्लॉक अध्यक्ष उमेश तिवारी गौरक्षा समिति नरैनी, क्षेत्राधिकारी अंबुजा त्रिवेदी, उपजिलाधिकारी नरैनी, पशु चिकित्सा अधिकारी शिवकुमार, डिप्टी सीवीओ राम सिंह, कोतवाली प्रभारी नरैनी स्थानीय ग्राम प्रधान, ग्राम सचिव आदि मौजूद रहे।

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