युवराज हत्याकांड के विरोध में पाली जा रहे करणी सेना के नेताओं को गिरफ्तार किया

 

करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह भी रोके गए

हरदोई की पाली में पुलिस की घेराबंदी के चलते युवराज सिंह हत्याकांड को लेकर करणी सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष के आवाहन पर पाली में प्रदर्शन करने को कोशिश कर रहे करणी सेना के जिलाध्यक्ष व बसपा नेता रास्ते मे ही रोके गए और जब वे पाली जाने की जिद पर अड़ गए तो पुलिस ने दोनों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

मंगलवार को पाली कस्बे में दाखिल हो रहे करणी सेना जिलाध्यक्ष अनुज सिंह व राजवर्धन सिंह राजू को पुलिस ने निजामपुर पुलिया पर रोक लिया, सभी सड़क पर बैठकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने काफी समझाने की कोशिश की पर राजवर्धन सिंह राजू व करणी सेना के जिलाध्यक्ष नहीं माने तो पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग कर उन्हें उठाने की कोशिश की। करणी सेना और राजवर्धन सिंह के कार्यकर्ताओं से पुलिस की झड़प हो गई, करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव भी किया, इसमें कई पुलिसकर्मियों को चोटें आईं। इसके बाद पुलिस ने सडक जाम किए करणी सेना के कार्यकर्ताओं को खदेडा और रास्ता खुलवाया, पुलिस ने करणी सेना के जिलाध्यक्ष अनुज सिंह और राजवर्धन सिंह राजू समेत पांच लोगों को गिरफ्तार करके वज्र वाहन से हरदोई भेज दिया।

वहीं प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह को सीओ बिलग्राम व कोतवाल मल्लावां ने उन्नाव हरदोई सीमा पर हिरासत में लिया, दो घंटे से ऊपर तक उन्हें हिरासत में रखा गया।

अपर पुलिस अधीक्षक मार्तंड प्रकाश सिंह सहित कई थाने की फोर्स मल्लावां कोतवाली पहुंचकर पाली हत्या कांड की उन्हें जानकारी देकर बताया गया कि सभी अभियुक्तों गिरिफ्तारी की जा चुकी है।करीब दो घण्टे बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया और वे वापस चले गए। एसपी केशव चन्द्र गोस्वामी ने बताया कि युवराज हत्याकांड के सभी अभियुक्तों को पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। ऐसे में यदि को धारा 144 को तोड़कर प्रदर्शन करेगा उसे अरेस्ट किया जाएगा।

 

सोमवार शाम को फेसबुक पर लाइव आकर करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह वीरू ने खुद के पाली पहुंचने की जानकारी देकर व क्षेत्रीय लोगों से मंगलवार दोपहर 12 बजे पाली पहुंचने की अपील की और प्रशासन को बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी थी। हालांकि वह पाली नहीं पहुंच पाए और उन्हें रास्ते में ही रोक दिया गया।
ज्ञात हो कि बीती 30 मई को पाली कस्बे के मोहल्ला बिरहाना स्थित निर्माणाधीन पुलिस चौकी के पास इस्माइलपुर गांव निवासी युवराज सिंह उर्फ यूवी ठाकुर की विशेष समुदाय के आरोपियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद से क्षेत्र में लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है। 31 मई को पाली कस्बे में उपद्रव की घटना सामने आई थी, जिसको लेकर पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया था। दो दिन बाद इस्माइलपुर गांव में करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह वीरू और बसपा नेता राजवर्धन सिंह राजू दर्जनों गाड़ियों के काफिले के साथ पहुंचे, यहां बिना अनुमति जनसभा की जुलूस निकालकर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने बलवा, आचार संहिता उल्लंघन व अन्य गंभीर आरोपों में राजवर्धन सिंह राजू समेत 150 से 200 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह व राजवर्धन सिंह राजू ने मांग की कि आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट, रासुका की कार्रवाई हो और उनके घर पर बुलडोजर चलाया जाए। करणी सेना ने पुलिस एवं प्रशासन को इस कार्रवाई के लिए पहले 6 जून तक का समय दिया था, जिसे बढ़ाकर उन्होंने 10 जून कर दिया। मंगलवार 11 जून को करणी सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह वीरू के आवाहन पर जिलाध्यक्ष और राजवर्धन सिंह राजू कार्यकर्ताओं के साथ पाली आ रहे थे तभी उन्हें निजामपुर पुलिया पर रोक लिया गया। यहां एहतियातन जनपद के करीब एक दर्जन थानों का पुलिस फोर्स, पीएसी बल तैनात किया गया था। मौके पर एसडीएम सवायजपुर अरुणिमा श्रीवास्तव और क्षेत्राधिकार शाहाबाद अनुज मिश्रा भी स्थिति का जायजा लेते रहे।

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