बंगाल के मंत्री उदयन गुहा का विवादित बयान, जहां टीएमसी को वोट मिला वही मिलेगा विकास की राशि

भाजपा विधायक ने किया विरोध कहा, यह लोकतंत्र की हत्या है

सिलीगुड़ी: बंगाल के उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने एक बयान में कहा है कि जिन क्षेत्रों ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) को पर्याप्त वोट नहीं दिया है, उन्हें विकास कार्य के लिए धन नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने TMC को वोट दिया है, उन्हें प्रतिद्वंद्वी भाजपा को वोट देने वालों की तुलना में तरजीह दी जाएगी। इस बयान का वीडीओ वायरल होने पर राजनीतिक घमासान मच गया है। सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष ने कहा कि यह पार्टी और इसके मंत्री गणतंत्र का गला घोटने वाले है। आजतक पुलिस प्रशासन से यह काम करवाया जाता रहा है लेकिन अब मंत्री सामने आ रहे है। घोष ने कहा कि मंत्री यही नहीं रुकते है बाद में उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने TMC को वोट दिया है, उन्हें प्रतिद्वंद्वी भाजपा को वोट देने वालों की तुलना में तरजीह दी जाएगी। वायरल वीडियो में उदयन गुहा को यह कहते हुए सुना गया कि, “मैंने माथाभांगा 1 में विकास के लिए 4 करोड़ और माथाभांगा 2 के लिए 10 करोड़ रुपए मंजूर किए थे। माथाभांगा शहर, कूचबिहार शहर और मेरे अपने दिनहाटा शहर के लिए कोई पैसा आवंटित नहीं किया गया है, क्योंकि उन्होंने भाजपा को बढ़त दी।” उन्होंने जोर देकर कहा कि, “शहर में रहने वाले लोग खुद को गांव में रहने वालों से ज्यादा चतुर समझते हैं। उन्हें यह पक्का फैसला करना चाहिए कि वे अपने इलाके में विकास चाहते हैं या धार्मिक राजनीति।” मीडिया से बातचीत में उदयन गुहा ने कहा कि सबसे पहले गांव के लोगों को फायदा होगा, क्योंकि उन्होंने TMC को अधिक वोट दिए हैं। उन्हें यह कहते हुए सुना गया कि “आखिरकार सभी को पैसा मिलेगा। ग्रामीण इलाकों के लोग जिन्होंने हमें वोट दिया और जिन्हें इसकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत है, उन्हें सबसे पहले पैसे मिलेंगे।” उदयन गुहा ने भाजपा मतदाताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि, “सबसे पहले शहर के लोगों को यह एहसास होना चाहिए कि बदले में कुछ पाने के लिए आपको कुछ देना होगा।” उन्होंने कहा, “हां, शहर के लोगों को फंड से वंचित किया जाएगा। सीधे तौर पर वंचित नहीं किया जाएगा, लेकिन जो लोग इसके सबसे अधिक हकदार हैं, उन्हें पहले यह मिलेगा।” गुहा ने लोगों की वोटिंग वरीयताओं के आधार पर अपने बेशर्म भेदभाव की तुलना ‘रसगुल्ला खाने’ से की।
दिनहाटा निर्वाचन क्षेत्र से टीएमसी विधायक ने कहा कि, “अगर मैं 5 रुपये का भुगतान करता हूं, तो मैं 10 रुपये का रसगुल्ला नहीं खा सकता। 10 रुपये का रसगुल्ला खाने के लिए मुझे 10 रुपये देने होंगे।” इस साल फरवरी में उदयन गुहा ने संदेशखली में महिलाओं के यौन शोषण को कमतर आंकने की कोशिश की थी। उन्होंने दावा किया था, “मुझे यकीन नहीं है कि शेख शाहजहां को किसी साजिश के तहत फंसाया गया है, लेकिन उनके खिलाफ आरोप एक गलती है। TMC मंत्री ने शेख शाहजहां को क्लीन चिट देते हुए कहा था कि, “उन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है। ED अधिकारियों पर हमला होने के बाद से ही ऐसा हो रहा है। अतीत में, हमने शेख शाहजहां के खिलाफ ऐसे आरोप कभी नहीं सुने।” यौन हिंसा की गंभीरता को कमतर आंकते हुए उदयन गुहा ने मुस्कुराते हुए कहा कि, “मुझे नहीं पता था कि उन्हें रात के 12 बजे पाई (महिलाओं के यौन शोषण का जिक्र करते हुए) खाना पसंद है। मुझे पता था कि ऐसी शरारतों की इच्छा सुबह या देर रात को होती है।” संयोग से, TMC मंत्री उदयन गुहा पर भी उनके विधानसभा क्षेत्र दिनहाटा में यौन उत्पीड़न करने के आरोप हैं। घोष ने कहा इस प्रकार के बयान के बाद बंगाल की जनता को फैसला करना है की बंगाल में टीएमसी के मंत्री का कैसे विरोध कर सबक सिखाया जाए। रिपोर्ट अशोक झा

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