प्राइवेट फाइनेन्स कंपनी के कर्मचारियों ने किया 10 लाख रुपये का गबन केस दर्ज
प्राइवेट फाइनेन्स कंपनी के कर्मचारियों ने किया 10 लाख रुपये का गबन केस दर्ज
उप्र संतकबीरनगर जिले में एक प्राइवेट फाइनेन्स कंपनी के कर्मचारियों ने जिले के 344 गरीब महिलाओं से करीब दस लाख रुपए की ठगी कर लिया है। कंपनी से ऋण लेने वाली इन महिलाओं द्वारा दी गई नियमित किश्त को कंपनी के खाते में जमा करने के बजाय आपस में बंदर बांट कर लिया। इसकी जानकारी कंपनी के जिम्मेदारों को तब हुई जब लगातार ऋण धारकों की किश्त नहीं जमा हुई। इसके बाद सख्ते में आए जिम्मेदारों ने कर्मचारियों पर कार्रवाई शुरू किया। कंपनी के प्रबंध निदेशक ने कोतवाली खलीलाबाद में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
खलीलाबाद कोतवाली पुलिस को दिए गए तहरीर में इजीफिन इन्नोवेशंस प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि उनकी संस्था भारतीय रिजर्व बैंक से पंजीकृत एवं लिस्टेड गैर बैंकिंग वित्तीय संस्था है। संस्था की संतकबीरनगर की शाखा बड़गो में है। शाखा से ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे गरीब महिलाओं के व्यवसाय के लिए छोटे-छोटे ऋण दिए जाते हैं। जिले में नवंबर माह से शाखा संचालित हो रही है। जिले की 344 महिलाओं को यहां से ऋण उपलब्ध कराया गया है। इन महिलाओं से नियमित किश्त की वसूली कर प्रधान शाखा में जमा किया जाता है। इसके लिए क्षेत्रीय प्रबंधक, शाखा प्रबंधक व दो ऋण अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इन चारों ने मिलीभगत करते हुए 344 ऋण धारकों से किश्त की वसूली तो किया लेकिन धनराशि को जमा नहीं किया और आपस में बंदर बांट कर लिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सभी ने मिलकर 10 लाख रुपए का गबन किया है। कंपनी की जांच में मामला पकड़े जाने पर इन चारों कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया गया। इसके साथ ही इनके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई के लिए तहरीर दी गई है। उन्होंने बताया कि इन कर्मचारियों के इस कृत्य से जहां कंपनी का नुकसान हो रहा है, वहीं 344 ऋण धारक महिलाओं का सिविल भी खराब हो रहा है।
खलीलाबाद कोतवाली पुलिस को दिए गए तहरीर में इजीफिन इन्नोवेशंस प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि उनकी संस्था भारतीय रिजर्व बैंक से पंजीकृत एवं लिस्टेड गैर बैंकिंग वित्तीय संस्था है। संस्था की संतकबीरनगर की शाखा बड़गो में है। शाखा से ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे गरीब महिलाओं के व्यवसाय के लिए छोटे-छोटे ऋण दिए जाते हैं। जिले में नवंबर माह से शाखा संचालित हो रही है। जिले की 344 महिलाओं को यहां से ऋण उपलब्ध कराया गया है। इन महिलाओं से नियमित किश्त की वसूली कर प्रधान शाखा में जमा किया जाता है। इसके लिए क्षेत्रीय प्रबंधक, शाखा प्रबंधक व दो ऋण अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इन चारों ने मिलीभगत करते हुए 344 ऋण धारकों से किश्त की वसूली तो किया लेकिन धनराशि को जमा नहीं किया और आपस में बंदर बांट कर लिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सभी ने मिलकर 10 लाख रुपए का गबन किया है। कंपनी की जांच में मामला पकड़े जाने पर इन चारों कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया गया। इसके साथ ही इनके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई के लिए तहरीर दी गई है। उन्होंने बताया कि इन कर्मचारियों के इस कृत्य से जहां कंपनी का नुकसान हो रहा है, वहीं 344 ऋण धारक महिलाओं का सिविल भी खराब हो रहा है।