सरयू नदी में डूबने से दो किशोरियों की मौत , दाे की कौशल्या ने जान की बाजी लगाकर बचाई जान

सरयू नदी में डूबने से दो किशोरियों की मौत , दाे की कौशल्या ने जान की बाजी लगाकर बचाई जान

उप्र बस्ती जिले के दुबौलिया थानाक्षेत्र के अशोकपुर ग्राम पंचायत सतहा पुरवा के पास सरयू नदी में बुधवार को दोपहर करीब तीन बजे भैस को नहलाने गए एक किशोर व तीन किशोरियां गहरे पानी में फंसकर डूबने लगीं। चीख-पुकार सुनकर आसपास मौजूद लोग उन्हें बचाने के लिए नदी में कूद पड़े। ग्रामीणों की मदद से सभी को बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक इनमें दो किशोरियों की मौत हो चुकी थी। जबकि तीसरी किशोरी की भी हालत गंभीर देखकर परिजन जिला अस्पताल ले गए। सूचना पाकर थानाध्यक्ष चन्द्रकांत पांडेय मौके पहुंच गए। घटनाक्रम की जानकारी लेने के साथ ही दोनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
दुबौलिया के अशोकपुर ग्रामसभा के सतहा पुरवा गांव निवासी चन्द्रप्रकाश की पुत्री रूसी (13) के साथ गांव की सुनीता (14) पुत्री पृथ्वीपाल निषाद, अनामिका (14) पुत्री लालता और गंगा (13) पुत्र शंकर अन्य ग्रामीणों के साथ रोज की तरह भैस को नहलाने के लिए सरयू नदी ले गए थे। मवेशियों के साथ गई रूसी, सुनीता और अनामिका व गंगा भी नदी में नहाने लगे। बताया जा रहा है कि इसी बीच नदी की धारा में फंसकर सभी बहने लगे। चीख-पुकार सुन मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह से गंगा और अनामिका को बाहर पानी से बाहर निकाला। जबकि रूसी और सुनीता को कुछ देर बाद गहरे पानी से बाहर निकाला जा सका, लेकिन तब तक दोनों की मौके की मौत हो चुकी थी। किशोर गंगा की हालत सामान्य है। वहीं अनामिका की हालत गंभीर देख उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कौशल्या ने नदी में डूबने से दो की बचाई जान
सरयू नदी में डूबे रहे किशोर व किशोरियों को डूबता देख मवेशी नहला रही इसी गांव की कौशल्या पत्नी मोती लाल ने अपने जान की बाजी लगा दी। कौशल्या ने बताया की मवेशी चराने के बाद गांव के लोग जानवरों को पानी पिलाने और नहलाने के लिए रोज की भांति बुधवार को भी गांव के दक्षिण सरयू नदी में ले गए थे। मवेशियों के साथ बच्चे भी नदी में नहाने लगे। अचानक गांव के ही रूसी, सुनीता, अनामिका और गंगा नदी के तेज बहाव में फंसकर डूबने लगे। उन्हें डूबता देख बच्चों को बचाने के लिए कौशल्या नदी में कूद पड़ीं। किसी तरह से अनामिका और गंगा को खींचकर सुरक्षित बाहर निकाला। थोड़ी देर बाद रूसी और सुनीता को गोता लगा कर बाहर खींचा गया, लेकिन तब तक दोनों की सांसें थम गई थीं।

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