राप्ती नदी उफनाई, खतरे के निशान से 100 सेमी ऊपर बह रही
बचाव में जुटी एनडीआरएफ, डीएम ने संभाली राहत बचाव की कमान
बहराइच: मानसून की बारिश के बाद राप्ती नदी उफना गई है। खतरे का निशान पार करने के बाद राप्ती की तबाही से श्रावस्ती जिले के दो दर्जन गांव बाढ़ के पानी से घिर गये है। प्रशासन राहत व बचाव के कार्य में जुटा है। बाढ़ में फंसे लोगों को एनडीआरएफ की टीम सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रही है। मवेशियों को बचाने और खाने के लिए चारे का संकट खड़ा हो गया है। डीएम अजय द्विवेदी ने राहत व बचाव कार्य की कमान खुद संभाल रखी है। श्रावस्ती की जमुनहा, भिनगा व इकौना तहसील के राप्ती नदी से सटे दो दर्जन से अधिक गांव बाढ़ के पानी से घिर गये हैं। रविवार दोपहर राप्ती नदी का जलस्तर 129.350 रेकार्ड किया गया, जो खतरे के निशान से 100 सेमी उपर है। जमुनहा तहसील के जोगिया, वीरपुर लौकिहा, शिकारी चौडा, केवटनपुरवा, बांसगढ़ी भिनगा तहसील के रेहरा गावं, बेचईपुरवा, इकौना तहसील क मध्यनगर, कोटवा पुरूषोत्तमपुर, दुलहिया व रामपुर त्रिभुवना गावं समेत कई गांव बाढ़ के पानी से घिरे है। डीएम अजय द्विवेदी ने बताया कि बाढ़ से बचाव के लिए वे स्वयं क्षेत्र का भ्रमण कर राहत व बचाव कार्य की निगरानी कर रहे है। कंटोल रूम को सक्रिय कर दिया गया है। बाढ़ राहत चौकियों पर कर्मचारी मौजूद रहकर राहत व बचाव सामग्री पीड़ितों को पहुंचा रहे है। एनडीआरएफ की टीम बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रही है।
बैराजों से छोड़ा गया 382434 क्यूसेक पानी
बहराइच: मूसलाधार बारिश के साथ-साथ बैराजों से 382434 क्यूसेक पानी नदियों में छोड़े जाने के बाद से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। रविवार को शारदा बैराज से 84255 क्यूसेक, गिरिजा बैराज से 253482 क्यूसेक व सरयू बैराज से 44667 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद से सरयू व घाघरा नदी के मुहाने पर बसे गांवों के लोग भयभीत हो गये है।
जलशक्ति मंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का करेंगे भ्रमण
बहराइच: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव के बंदोबस्त दुरूस्त करने के लिए सोमवार का जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह जिले के दौरे पर पहंुच रहे है। घाघरा नदी के बायें तट पर स्थित एल्गिन ब्रिज चरसरी तटबंध व बेलहा बेहरौली तटबंध पर बाढ़ परियोजना के कार्यो का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद श्रावस्ती जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण कर बचाव कार्य का जायजा लेगें।