Good News: हाईवे पर जितना चलेंगे, उतना देना होगा टोल टैक्स , लखनऊ अयोध्या एनएचआई पर शुरू होगा सर्व
Good News: हाईवे पर जितना चलेंगे, उतना देना होगा टोल टैक्स , लखनऊ अयोध्या एनएचआई पर शुरू होगा सर्वे
उप्र ,लखनऊ हाईवे पर जितना चलेंगे अब उतना ही देना पड़ेगा टोल टैक्स। एनएचएआई की ओर से राजमागौं पर शुरू होने जा रही नई टोल व्यवस्था।प्रथम चरण लखनऊ से अयोध्या के बीच ट्रायल के तौर पर लागू होगी।अगर परिणाम सही रहे तो बाकी राजमार्गों पर भी जल्द यही सिस्टम लागू होगा। लखनऊ से अयोध्या के बीच 120 किमी. की दूरी में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) से वाहन से टोल टैक्स आटोमेटिक कट जाएगा। इस नए सिस्टम में सेटेलाइट की मदद से टोल की गणना होगी और जितना किलोमीटर आप ट्रैवल करेंगे, उतना ही टैक्स देना होगा।
हाईवे पर जगह-जगह लागये जायेंगे सेटेलाइट कैमरे
लखनऊ अयोध्या हाईवे पर जल्द ही प्राधिकरण आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकोग्नाइजेशन (एएनपीआर) को स्कैन करने वाले कैमरे जगह-जगह लागया जायेगा जो सेटेलाइट से कनेक्ट होंगे।
अभी देना पड़ता है 60 किमी. का टोल टैक्स
अभी एनएचआई पर एक बार चले जाएं तो 60 किमी. का टोल टैक्स देना पड़ता है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का प्रयास है कि आने वाले पांच से दस सालों में टोल प्लाजा हटा दिए जाए और उनका स्थान जीएनएसएस ले लें।
इससे करोड़ों रुपये का राजस्व जो निजी कंपनिया टेंडर लेकर लाभ उठाती हैं, यह धनराशि भी सरकार के राजस्व में जाएगी।
टोल दर किलोमीटर के अनुसार होगी। फास्ट टैग सिस्टम समाप्त कर गाड़ियों पर आन बोर्ड यूनिट डिवाइस लगाए जाएंगे, जो यात्रा की सटीक दूरी के आधार पर टोल तय करेंगे। ट्रायल सफल होने पर एनएचएआइ अयोध्या रूट के बाद लखनऊ से कानपुर, लखनऊ से सीतापुर, लखनऊ से रायबरेली हाईवे पर यह प्रक्रिया अपनाएगा।
हाईवे पर 20 किमी. तक फ्री में कर सकेंगे यात्रा
नई व्यवस्था में हाईवे शुल्क पर यात्रा 20 किमी. तक फ्री में कर सकेंगे। सेटेलाइट वाहनों द्वारा तय की गई दूरी के आधार पर तय करेंगे कि कितना टोल देना है। भुगतान प्रक्रिया को मौजूदा फास्टैग इकोसिस्टम की तरह ही विकसित किया जा रहा है, जो सीधे बैंक खाते से जुड़ा होगा। हाईवे खत्म होते ही धनराशि खाते से कट जाएगी और संदेश मोबाइल पर आ जाएगा।
जीपीएस प्रणाली से टोल के लिए सर्वे शुरू
परियोजना निदेशक, एनएचएआइ सौरभ चौरसिया ने बताया कि लखनऊ-अयोध्या हाई वे पर जीपीएस प्रणाली से टोल कट सके। इसके लिए सर्वे शुरू किया जा रहा है। इस नए प्रयास से वाहन चालक जितना हाई वे पर चलेगा, उतना ही टोल देना होगा।