स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अपने चहेतों को किया एक करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अपने चहेतों को किया एक करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान
उप्र बस्ती जिले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अपने चहेतों की फर्म को गलत तरीके से एक करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान कर दिया है। शासन के निर्देश पर एडीएम की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने जांच कर रिपोर्ट डीएम को सौप दिया। इस मामले में विभाग के दो एसीमएओ/ एसएमओ स्टोर का नाम सामने आया है। शासन में हुई शिकायत के बाद डीएम के निर्देश पर जांच कराई गई है।शासन में इस बात की शिकायत हुई थी कि दवा स्टोर सीएमएसडी के लिए दवा व अन्य सामान की खरीद नियमों के विरूद्ध की जा रही है। अधिकारी मनमानी करके अपने चहेतों की फर्म को लाभ पहुंचा रहे हैं। डीएम के निर्देश पर एडीएम कमलेश चंद्र व कोषागार बस्ती के लेखाकार आलोक श्रीवास्तव ने 29 नवम्बर को सीएमओ कार्यालय पहुंचकर अभिलेखों का परीक्षण किया और रिपोर्ट तैयार की। रिपोर्ट में कहा गया है कि एसएमओ स्टोर के पद पर डॉ. सीएल कन्नौजिया 25 जनवरी 2022 तक कार्यरत रहे व वर्तमान में डॉ. जय सिंह इस पद पर कार्यरत हैं। 22 मई 2021 से 16 मार्च 21 तक 44 बिल के माध्यम से दो फर्म को एक करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान किया गया है। अधिकांश भुगतान मार्च 2021 में किया गया है, जबकि पत्रावली में बजट का आवंटन एवं खर्च करने का निर्देश जनवरी में जारी किया गया है। खरीद के लिए टेंडर/ जेम से आपूर्ति के लिए एक ही बार में निविदा की जानी चाहिए थी, खरीद जनवरी/फरवरी में कर लेनी थी, ऐसा न करके चुनिंदा फर्म से अधिकांश सामग्री जेम के माध्यम से टुकड़ों में की गई है। फर्म को लाभ पहुंचाने के लिए यह कार्य किए जाने की संभावना है, जो वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आता है। प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराया जाना उचित होगा। पूर्व एसएमओ स्टोर डॉ. सीएल कन्नौजिया का कहना है कि केवल दो फर्म नहीं बल्कि दर्जनों फर्म को इस दौरान नियमानुसार भुगतान किया गया है। किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं की गई है।
एडीएम कमलेश चन्द्र बताया कि शासन को शिकायत मिली थी कि बड़े पैमाने पर दवा और उपकरण खरीदने में वित्तीय अनियमितता बरती गई है। इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय से जांच करने का आदेश मिला था। डीएम के निर्देश पर मामले की जांच कर रिपोर्ट उन्हें प्रेषित कर दी गई है।