एक ब्लूटूथ हेडफोन की मदद से पुलिस हत्यारे तक पहुंची और खुल गया हत्या का राज

अशोक झा

बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजीकर मेडिकल कॉलेज में हुए एक लेडी डॉक्टर से दरिंदगी के मामले में आरोपी को पकड़कर 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। आरजी कर अस्पताल के मुद्दे पर शुवेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की। संयोग से वह राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने राज्य पुलिस और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि इतने गंभीर मामले में भी कोलकाता पुलिस ने बलात्कार और यौन उत्पीड़न के तहत मामला दर्ज नहीं किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कॉलेज के प्रिंसिपल, जो एक टीएमसी विधायक के करीबी माने जाते हैं, ने इस घटना के लिए पीड़िता को ही दोषी ठहराया। उन्होंने कहा, “अगर एक महिला डॉक्टर को सरकारी अस्पताल में सुरक्षा नहीं मिल सकती, तो आप कोलकाता पुलिस से आम जनता की सुरक्षा की क्या उम्मीद कर सकते हैं? वही आरोपों के बीच इस घटना में पकड़े गए आरोपी को भारतीय न्याय संहिता की धारा 64 (बलात्कार) और 103 (हत्या) के तहत आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने सियालदह अदालत में पेश किया था। पुलिस सूत्रों का दावा है कि ट्रेनी डॉक्टर हत्याकांड की जांच के दौरान एक ब्लूटूथ हेडफोन की मदद से पुलिस हत्यारे तक पहुंची। महिला डॉक्टर की हत्या के बाद आरोपी ने अपना ब्लूटूथ हेडफोन घटनास्थल पर ही छोड़ दिया। जांच के दौरान कोलकाता पुलिस के जासूसों ने सभी संदिग्धों की सूची तैयार की। पुलिस ने अस्पताल परिसर के कई सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद संदिग्धों की सूची बनाई। उस समय पुलिस को तलाशी के दौरान घटनास्थल से एक बीटी हेडफोन बरामद हुआ था। सभी संदिग्धों को कल शाम आरजी कर अस्पताल बुलाया गया। गिरफ्तार आरोपी संजय सीसीटीवी फुटेज में आरजी कर मेडिकल क़ॉलेज के सेमिनार हॉल के आसपास घूमता हुआ दिखाई दिया, जहां हत्या हुई थी। उसे सुबह-सुबह अस्पताल से निकलते हुए भी देखा गया, जिसके बाद अस्पताल में मौजूद पुलिस चौकी के अधिकारियों ने संजय से पूछताछ की। ऐसे पकड़ा गया आरोपी : चौकी के अधिकारी का फोन आने के बाद संजय तुरंत जांच में सहयोग करने के लिए अस्पताल वापस चला गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार जांच के दौरान एक डिटेक्टिव ऑफिसर ने पूछताछ के दौरान सभी संदिग्धों के मोबाइल फोन अपने कब्जे में ले लिए। उसने उन मोबाइल फोन को घटनास्थल से बरामद किए गए जब्त ब्लूटूथ हेडफोन से कनेक्ट करने की कोशिश की और अचानक संजय रॉय का मोबाइल फोन जब्त ब्लूटूथ हेडफोन से अपने आप कनेक्ट हो गया। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर ही उससे पूछताछ शुरू की और लंबी पूछताछ के बाद संजय रॉय टूट गया और उसने हत्याकांड में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली। कोर्ट ने आरोपी को 14 दिन की रिमांड पर भेजा: बता दें कि लेडी डॉक्टर से दरिंदगी और हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी को कोर्ट ने 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। बीएनएस की धारा 64 (बलात्कार) और 103 (हत्या) के तहत आरोपी को गिरफ्तारी के बाद सियालदह अदालत में पेश किया गया।
कोर्ट ने पूछताछ के लिए 23 अगस्त तक यानी 14 दिन की पुलिस रिमांड के लिए अभियोजन पक्ष की मांग को स्वीकार कर लिया।
आइएमए ने की घटना की निंदा: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि देश का पूरा मेडिकल समुदाय आज कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की ट्रेनी डॉक्टर से दरिंदगी और हत्या से स्तब्ध है. यह जघन्य अपराध मेडिकल कॉलेज की तीसरी मंजिल पर स्थित सेमिनार हॉल के अंदर किया गया है. यह मानने के कई कारण हैं कि हत्या से पहले उसके साथ रेप किया गया था. यह अपराध परिसर में व्याप्त अराजकता और असुरक्षा का सूचक है. इस घटना पर आइएमए ने शोक व्यक्त किया है। आइएमए ने इस घटना की निंदा की। साथ ही कहा कि अगर शिक्षा के गढ़ में सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जा सकती है, तो यह प्रशासन की अक्षमता को ही दर्शाता है. भारत का पूरा चिकित्सा समुदाय शोकाकुल परिवार और उसके सहकर्मियों के साथ खड़ा है. कुछ समय पहले केरल के एक अस्पताल में एक और युवा रेजिडेंट महिला डॉक्टर की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी. ये बेहद परेशान करने वाला है. अस्पताल और परिसरों के अंदर डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अधिकारियों का काम है।
आइएमए ने की ये मांगें: मामले की निष्पक्ष और गहन जांच हो और दोषियों को सज़ा मिले।अपराध को बढ़ावा देने वाली परिस्थितियों की विस्तृत जांच हो। कार्यस्थल पर डॉक्टरों, खास तौर पर महिलाओं की सुरक्षा में सुधार के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं. आईएमए ने कहा कि हम मांग करते हैं कि अधिकारी 48 घंटे के भीतर और सटीकता से काम करें, अन्यथा आईएमए को राष्ट्रव्यापी कार्रवाई शुरू करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।वहीं, बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल लेडी डॉक्टर के घर पहुंचा। जहां भाजपा सांसद सुकांत मजूमदार ने मृतका के परिजनों से मुलाकात की।

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