स्कूल परिसर और छत पर टूटकर गिरा हाईटेन्शन लाइन,बाल-बाल बचे 300 बच्चे
बांदा जिले के विकासखंड कमासिन की ग्राम पंचायत सांडा सानी के प्राइमरी स्कूल सांडा सानी भाग 2 (English Medium) में शनिवार की सुबह स्कूल के करीब 300 बच्चे हाईटेन्शन लाइन की चपेट मे आने से बाल-बाल बच गये। विद्यालय के बाउंड्री के अंदर से गुजरी 11000 वोल्ट की हाई टेंशन लाइन शनिवार की सुबह टूटकर विद्यालय की छत और जमीन पर गिर गई। नमी की वजह से पूरे स्कूल परिसर में करंट दौड़ गया। गनीमत रही कि उस समय सभी बच्चे स्कूल परिसर के बाहर मैदान मे प्रार्थना करने चले गये थे। जिससे वे बाल-बाल बच गए। हाईटेन्शन लाइन टूटकर गिरते ही विद्यालय के प्रधानाध्यापक, राम सागर गर्ग, ने बच्चों को स्कूल के अंदर जाने से रोक दिया,और तुरंत विद्युत पावर हाउस कमासिन से संपर्क कर सप्लाई बंद करवाई।
ग्रामीणों ने बताया कि चार दिन पूर्व ही कमासिन क्षेत्र के नंदन डेरा प्राथमिक विद्यालय में विद्युत करंट की चपेट में आने से एक बच्चे की मौत हो गई थी,और एक शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गया था। टीचर का इलाज अभी भी चल रहा है। बावजूद इसके, विद्युत विभाग की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रधानाध्यापक राम सागर गर्ग ने बताया कि उन्होंने कई बार विभागीय अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला। आज तार टूटने की घटना के बाद ग्रामीणों ने विद्युत विभाग के लाइनमैन को काम करने से रोक दिया। मांग की है कि विद्यालय के अंदर से गुजरने वाले बिजली के पोल को हटाकर बाहर किया जाए। ग्रामीणों का कहना है कि अगर सुबह बारिश हो जाती, तो सारे बच्चे विद्युत करंट की चपेट में आ सकते थे। वहीं, विद्युत विभाग के आला अधिकारी सिर्फ जर्जर तारों की मामूली मरम्मत कराकर अपनी जिम्मेदारी पूरी मान लेते हैं, जिससे भविष्य में बड़ी दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।