मांसाहार भयंकर बीमारियों का कारण- संत पंकज महाराज
108 दिवसीय आध्यात्मिक यात्रा पर बहराइच पहुंचे जयगुरुदेव जी महाराज के उत्तराधिकारी सन्त पंकज जी महाराज
*कहा, बाबा जयगुरुदेव ने करोड़ों अपराधियों से हथियार छुड़वाकर पकड़ाई भगवान भजन की माला
*बाबा जयगुरुदेव ने सिखाया कि मरने के बाद नहीं, जीते जी ही मिलता है परमात्मा- संत पंकज महाराज
*शाकाहारी बनो, मनुष्य शरीर है हरि का मंदिर, इसमें पशुओं का बेमेल खून मिला तो बनेगा भयंकर बीमारियों का कारण- संत पंकज महाराज
*नशा छोड़ो, नशे से खत्म होती है मां, बहन, बेटी की पहचान- पंकज महाराज
बहराइच। जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के उत्तराधिकारी सन्त पंकज जी महाराज अपनी 108 दिवसीय आध्यात्मिक-वैचारिक जनजागरण यात्रा के साथ मंगलवार को हुजूरपुर ब्लाक के कुट्टी बाजार स्थित बाबा राम बहादुर उ.मा. विद्यालय के निकट स्थित मैदान पर पहुंचे।
कार्यक्रम आयोजक कप्तान सिंह ने बताया कि हरदोई से आई सहयोगी प्रेमियों की संगतें व स्थानीय भाई-बहनों ने पूरे उल्लास के साथ यात्रा का स्वागत किया।
मंगलवार को सत्संग समारोह में आए लोगों को संबोधित करते हुए संस्थाध्यक्ष पंकज महाराज जी ने बताया कि गुरु का स्थान सर्वोपरि है। गुरु के बिना जब जगत का ज्ञान नहीं प्राप्त होता तो गुरु के बिना परमार्थ का ज्ञान संभव नहीं है। तभी तो कहा है कि ‘‘गुर्रु ब्रह्मा, गुर्रु विष्णु गुर्रु देवो महेश्वरः।’’ गुरु की महिमा सुनाने में मैं अपना जीवन लगा दूँगा। जब भेदी सन्त सत्गुरु मिलते हैं जैसे संत कबीर, नानक जी, रविदास जी, मीराबाई, सहजोबाई, पलटू साहब तो अपने समय में जीवों को भेद बताते हैं कि इसी मनुष्य शरीर में परमात्मा के पास जाने का एक रास्ता है जिसे दसवां द्वार, तीसरा तिल व नुकताए सफेदा कहते हैं। घर गृहस्थी में बाल-बच्चों के साथ रहते हुये एक घण्टा सुबह और एक घण्टा शाम को समय निकाल कर भगवान का सच्चा भजन, खुदा की सच्ची इबादत, मन, चित्त, बुद्धि को स्थिर रखकर यदि कर लें तो युगों से बन्द दिव्य आंख खुल जाती है। जिससे परमात्मा खुदा के मण्डलों का नजारा मरने के पहले देखने को मिल जायेगा और यह मनुष्य शरीर पाने का लक्ष्य पूरा हो जायेगा। हमारे गुरु महाराज परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने करोड़ो लोगों को अपनी दया देकर लोगों के हाथों से तीर तलवार, तमंचे व बन्दूके फेंकवाकर उनके हाथ में भगवान के भजन की माला पकड़ा दी और कहा कि परमात्मा जीते जी मिलता है मरने के बाद नहीं।
मांसाहार को हानिकारक बताते हुए महाराज जी ने अपील किया कि जब आप पशुओं के बेमेल खून को अपने खून में मिलाओगे तो तरह-तरह की भयंकर बीमारी का कारण बन जायेगा जिससे परिवार समाज व देश भी प्रभावित होगा। इसलिये हमारी आप सबसे विनती है कि आप सब लोग शाकाहारी बने। इस मनुष्य शरीर को, जो हरि मन्दिर है इसको मांस का लोथड़ा डालकर अपवित्र न करें, नहीं तो प्रकृति सजा दे देगी।
नशे से दूर रहने की सलाह देते हुए पंकज महाराज ने कहा कि कोई भी नशा न करें। नशे से आंखों से मां, बहन, बेटी की पहचान खत्म हो जाती है। आप शराब जैसे नशों का परित्याग करें जिससे एक अच्छे समाज का निर्माण हो सके।
उन्होंने सभा में आए श्रद्धालुओं को आगामी 8 से 12 दिसम्बर तक जयगुरुदेव आश्रम, मथुरा में आयोजित होने वाले दादा गुरु जी के वार्षिक भण्डारे में आने का निमन्त्रण दिया तथा बताया कि मथुरा में वरदानी जयगुरुदेव मन्दिर बना है जहाँ बुराइयाँ चढ़ाने पर मनोकामना की पूर्ति होती है। जिला-इटावा उ.प्र. में तहसील भरथना के गांव खितौरा धाम में बाबा जी की पावन जन्मभूमि है। यहां पर भी भव्य वरदानी मन्दिर बना है। यहाँ सभी सम्प्रदायों के लोग आते हैं। महाराज जी ने सभी आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया। व्यवस्था में पुलिस प्रशासन का सहयोग रहा।
इस अवसर पर संगत बहराइच के जिलाध्यक्ष रमाकान्त चैहान, कप्तान सिंह आयोजक, आलोक सैनी ग्राम प्रधान रक्षाराम, विजय कुमार सैनी, राजकुमार सिंह, श्याम सिंह, हरदोई से योगेन्द्र सिंह, सन्दीप कुमार, राजेन्द्र प्रधान आदि सहित संस्था के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
जनजागरण यात्रा का अगला पड़ाव हुजूरपुर ब्लाक के ग्राम जगदीशपुर (रानी बगिया) है। जहाँ बुधवार दोपहर से सत्संग चल रहा है।