बंगाल को अशांत करने वाले को नहीं बख्शा जाएगा: बिहारी कल्याण मंच
आपसी सद्भावना बिगाड़ने वाले की जगह सिर्फ जेल
अशोक झा, सिलीगुड़ी: बंगाल को जातिगत उन्माद में अशांत करने वाले आपसी भाईचारा और सद्भावना को नष्ट करने वाले लोगों को किसी कीमत पर बर्दास्त नहीं किया जाएगा। इस तरह के लोगों को प्रशासन की मदद से उनके वास्तविक जगह पर पहुंचाया जाएगा। यह कहना है सिलीगुड़ी बिहारी कल्याण मंच का।आज सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट कल्ब में मंच के अध्यक्ष अत्रि शर्मा, सचिव विपिन गुप्ता, उपाध्यक्ष कर्मवीर सिंह ओझा, विनोद जायसवाल और राज कुमार ने बताया की बागडोगरा थाना की पुलिस के हत्थे चढ़ा रजत भट्टाचार्य और गिरिधारी रॉय को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश की। दो दिनों के रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ शुरू कर दी है। दोनों के खिलाफ बागडोगरा थाना कांड संख्या 320/2024 दिनांक 26.09.2024 धारा 329(4)/115(2)/351(2)/204/3(5) के तहत करवाई की गई है। इस गैर जमानती धाराओं में दर्ज कांड की जांच सब इंस्पेक्टर विश्वजीत अधिकारी कर रहे है। इन दोनो के अलावा इसके पीछे कौन है जो बंगाल में परीक्षा देने गए छात्रों के साथ की थी मारपीट करने और खुद को आईबी का अधिकारी बताने की जुर्रत किया। यह सब हुआ रानीडांगा सिलीगुड़ी में। जहाँ एक स्थानीय गिरोह ने बिहार के छात्रों को निशाना बनाया जो कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की जनरल ड्यूटी परीक्षा देने आए थे। रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के दानापुर के अंकित यादव और उनके एक साथी एक कमरे में सो रहे थे, तभी कुछ लोग कमरे में घुस आए। उन्होंने छात्रों को जबरन जगाया, उनसे पूछताछ शुरू की और उन्हें बाहरी बताया। बंगाल पुलिस अधिकारी होने का दावा करते हुए उन्होंने छात्रों के दस्तावेज़ भी मांगे, जबकि अन्य ने खुद को इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) का कर्मचारी बताया और उन्हें धमकाना जारी रखा। यह मामला तब सामने आया जब यह गिरोह खुद
बिहार के छात्रों पर हमले को दिखाने वाले वीडियो को सोशल मीडिया पर डाल दिया। उसके बाद राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया। इसकी भनक जैसे ही मंच को मिली तुरंत प्रशासन को इसकी जानकारी दी और जानकारी एकत्र किया। प्रशासन की तत्परता और गहन जांच पड़ताल रंग लाया और आरोपियों को पकड़ लिया गया। मंच के अधिकारियों ने कहा की यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना था। जो इसके आड़ में बंगाल की शांति भंग करना चाह रहे थे उसपर पूर्ण विराम लग गया। सिलीगुड़ी में बिहार ही नही दूसरे कई राज्यों से लोग यहां आ रहे हैं और यहां से भी कई लोग दूसरे राज्यों में जा रहे हैं। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। यहां सबका स्वागत करती है। यह लोकतांत्रिक और मिनी इंडिया है। उचित कारवाई के बाद भी अगर इस प्रकार की कोई ऐसा करता है तो वह कान खोलकर सुन ले बिहारी कल्याण मंच उसके चट्टान की तरह खड़ा रहेगा। एक बात और स्पष्ट कर दे बिहारी कल्याण मंच बिहार यूपी ही नही किसी भी राज्य के छात्रों के साथ अन्याय को बर्दास्त नही करेगा। केंद्रीय मंत्री के बयान को लेकर कहा की उन्हें वास्तिविकता से दूर रखा गया। अगर ऐसा नही तो वह बयान राजनीतिक था।