यह यात्रा किसी को तोड़ने का नहीं जोड़ने का है: गिरिराज सिंह

विरोध करने वालों को कहा क्यों नहीं गए बहराइच ? मुस्लिम के पैरोकार चुप

बिहार बंगाल सीमांत से अशोक झा: बिहार की सियासत में हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर यात्रा पर निकले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बड़ी सियासी पारी खेलने मैदान में उतर गए हैं। आज उनकी यात्रा का दूसरा दिन है। अपनी यात्रा के बहाने गिरिराज राज सिंह राजनीति की उस नस को दबाने निकले हैं जिससे बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में खलबली मची है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह इन दिनों ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ पर हैं। इसी के तहत वह कटिहार पहुंचे हैं। उनके साथ अध्यात्मिक गुरु स्वामी दीपांकर जी महाराज और भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेता भी थे। गिरिराज सिंह ने कहा ये किसी राजनीतिक दल की यात्रा नहीं है। ये यात्रा हिंदुओं के एक होने के लिए है। हमने स्वामी दीपांकर जी को भी साथ रखा है। जनसंख्या हमारी जहां-जहां घटी है, वहां-वहां हम बचे नहीं हैं। संगठित हिंदू मजबूत हिंदू। मुझे समझ में नहीं आता कि जब औवेसी आते हैं और तेजस्वी यादव मुस्लिम को एकत्रित करते हैं तब किसी के पेट में दर्द नहीं होता। इस दौरान गिरिराज ने कहा कि किसी को घबराने की जरूरत नहीं है।बहराइच घटना पर चुप्पी साधने को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। गिरराज सिंह ने दावा किया है की, अखिलेश अपनी मुस्लिम वोटबैंक का दिल नहीं दुखाना चाहते इसीलिए उन्होंने बहराइच घटना पर चुप्पी साध रखी है। यही उनकी हिंदू विरोधी डीएनए को दर्शाता है। गिरिराज सिंह ने दावा किया कि अखिलेश यादव का डीएनए हिंदू विरोधी है क्योंकि उनके दिवंगत पिता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने 1990 में पुलिस को कारसेवकों पर गोली चलाने के आदेश दिए थे। गिरिराज सिंह ने समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश पर तिखी आलोचना करते हुए कहा है की, सिर्फ वोट के लिए अखिलेश यादव ने बहराइच पर एक भी शब्द नहीं बोला, उनका डीएनए ही हिंदू विरोधी है।
गिरिराज सिंह ने इंडी अलायंस के अन्य नेताओं पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव बहराईच पर एक शब्द नहीं बोलेंगे। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव या अखिलेश यादव बंगाल पर टिप्पणी नहीं करेंगे और यह सब मुस्लिम वोटों के लिए हो रहा है।” बहराईच कांड एनकाउंटर पर बोलते हुए सिंह ने कहा कि ऐसे अपराधियों को ऐसी ही सजा मिलनी चाहिए, ऐसे अपराधियों को अखिलेश यादव हार पहनाएंगे। उन्होंने कहा कि हमलोग हिंदू समाज को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं। देश जब आजाद हुआ था तब से अब तक हिंदुओं की संख्या घटकर 70 प्रतिशत रह गई है। भागलपुर और सीमांचल में भी हिंदुओं की संख्या घट रही है। मुसलमानों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मस्जिदों की संख्या बढ़कर 3000 से 20 लाख हो गई है। उन्होंने जिला स्कूल के मैदान में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर पंडित जवाहर लाल नेहरू डॉ. अंबेडकर की बात मान लेते तो आज देश में यह स्थिति पैदा नहीं होती। भारत से पाकिस्तान के अलग होने के बाद सारे मुस्लिमों को पाकिस्तान भेजने की बात थी, लेकिन मुस्लिम वोट के खातिर नेहरू ने डॉ. अंबेडकर की बात नहीं मानी। तब अंबेडकर ने कहा था, मेरी बात नहीं मानोगे तो देश में सामाजिक समरसता नहीं रहेगी। आज यही हो रहा है।

‘मुस्लिम के पैरोकार चुप हैं’: उन्होंने कहा कि लखनऊ, राजस्थान, बहराइच में सरेआम हिंदुओं की हत्या हो रही है और मुस्लिम के पैरोकार चुप हैं। आज अपने ही देश में मूर्ति विसर्जन के लिए रूट मांगना पड़ रहा है। क्या इसलिए देश का बंटवारा हुआ था। देश के बंटवारे के नाम पर सोची समझी साजिश तो नहीं थी? आज कहा जा रहा है लड़कर लिए थे पाकिस्तान,अब हंसकर लेंगे हिंदुस्तान।रोहिंग्या मुसलमानों के लिए ओवैसी को दर्द है। इजराइल व लेबनान के बीच युद्ध हो रहा है और दर्द ओबैसी को हो रहा है, लेकिन पाकिस्तान में हिंदुओं की बेटियों को मंडप से उठा लिया जाता है और दर्द किसी को नहीं होता। कटिहार से ये यात्रा पूर्णिया के लिए रवाना हो जाएगी। हिंदुओं का एकजुट करना मकसद: गिरिराज सिंह ने कहा कि यह किसी राजनीतिक दल की यात्रा नहीं है। आरजेडी के हिंदू भी साथ चल रहे हैं। कम्युनिस्ट पार्टी के लोग भी यात्रा में हमारे साथ चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह यात्रा हिंदुओं को एकजुट करने के लिए है। यही कहने के लिए हम सब चले हैं। स्वामी दीपांकर जी महाराज भी साथ चले हैं, जो बीते दो वर्षों से जागरूकता अभियान चला रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने संगठित हिंदू और सुरक्षित हिंदू बात दोहराते हुए कहा कि बंटोगे तो कटोगे, इसलिए एक रहोगे तो नेक रहोगे।

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