फांसीदेवा में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश, काली प्रतिमा को किया खंडित

सांसद राजू विष्ट ने किया प्रभावित क्षेत्र का दौरा,प्रशासन से कारवाई की मांग


अशोक झा, सिलीगुड़ी: दार्जिलिंग जिला के फांसीदेवा थाना अंतर्गत झमकलाल जोत में बीती रात कालीपूजा की मूर्ति को असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया। इसके बाद वहां तनाव का माहौल है। प्रभावित क्षेत्र का आज सांसद राजू विष्ट ने दौरा किया। शांति और सद्भाव बना रहे इसके लिए नई मूर्ति मंगवाकर उसकी विधिवत पूजा की गई। इस पूजा में स्वयं सांसद ने भाग लिया। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मुझे यह देखकर बहुत दुख हो रहा है कि ममता बनर्जी सरकार के राज में पश्चिम बंगाल में हिंदू, हमारे त्योहार और हमारे भगवान सुरक्षित नहीं हैं। कल, बेईमान असामाजिक तत्वों ने दार्जिलिंग जिले के पश्चिम झमकलाल जोत, फांसीदेवा में काली पूजा पर हमला किया। इन तत्वों ने न केवल काली माँ की मूर्ति पर हमला किया और उसे नष्ट कर दिया, बल्कि उन्होंने हमारे क्षेत्र के सांप्रदायिक सद्भाव पर भी हमला किया। प्रशासन द्वारा उनके अपराधों के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने के कारण इन सभी हिंदू विरोधी तत्वों का हौसला बढ़ गया है। उन्हें लगता है कि वे किसी भी कानूनी कार्रवाई से मुक्त हैं। हमारे दार्जिलिंग के पहाड़, तराई और डुआर्स हमेशा शांतिपूर्ण रहे हैं, और हमारे यहाँ कभी कोई सांप्रदायिक संघर्ष नहीं हुआ। हालाँकि हाल के वर्षों में, हमारे क्षेत्र में अवैध अप्रवासियों और रोहिंग्याओं की भारी आमद हुई है, और प्रशासन ने इस पर आँखें मूंद ली हैं, जिससे हिंदुओं के खिलाफ घृणा अपराधों में तेज़ी से वृद्धि हुई है। यह स्थिति कभी भी विस्फोटक हो सकती है, इसलिए मैं प्रशासन से अनुरोध करता हूं कि 50 से अधिक अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मुझे डर है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई न करने से महत्वपूर्ण चिकन नेक क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है।

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