लखीमपुर में सरकारी अनुदान में हिस्सा मांगने वाला लेखपाल 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

लखीमपुर खीरी। सिंगाही के एक कालेज को निर्माण के लिए सरकार से मिली अनुदान की रकम में हिस्सा मांगने वाले एक लेखपाल को एंटी करप्शन टीम ने रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। कालेज प्रबंधक ने टीम को बुलाया था। कालेज प्रबंधक ने बताया कि पहली किश्त के उपयोग की सत्यापन आख्या लगवाने के लिए दौड़ते-दौड़ते परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया। उनका आरोप है कि तहसील के एक अफसर ने उनसे यह रकम मांगी थी और लेखपाल को देने को कहा था। देर शाम तक टीम लेखपाल से सिंगाही थाने में पूछताछ कर रही थी।
सिंगाही के राजा प्रताप विक्रम शाह इंटर कालेज के प्रबंधक संजय तिवारी ने बताया कि कालेज में निर्माण के लिए सरकार से 74 लाख रुपए की रकम मंजूर हुई थी। छह-सात महीने पहले आई 29 लाख की पहली किश्त से कालेज में निर्माण कराया जा चुका था। दूसरी किश्त जारी करने के लिए पहली किश्त से कराए गए निर्माण की भौतिक सत्यापन आख्या तहसील से मांगी गई थी। इसके लिए तहसील के एक अधिकारी उनसे दो फीसदी कमीशन मांग रहे थे। काफी चक्कर लगाने के बावजूद काम न बनने पर परेशान संजय तिवारी ने एंटी करप्शन टीम से संपर्क किया।
इसके बाद उन्होंने अधिकारी को फिलहाल पचास हजार रुपए देने की सहमति दी। उक्त अफसर ने यह रकम सिंगाही लेखपाल जगदीश प्रसाद को सौंपने को कहा। एंटी करप्शन टीम के अफसरों से मिली हिदायत के मुताबिक वह मंगलवार को लेखपाल जगदीश प्रसाद निघासन में लिए गए किराए के कमरे पर पहुंचे और उनको पचास हजार रुपए दिए। लेखपाल के रुपए लेकर रखते ही आनन-फानन में अपने सीओ की अगुआई में पहुंची एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। निघासन से गिरफ्तार करने के बाद टीम उसे लेकर सिंगाही थाने पहुंची। वहां देर शाम तक लेखपाल से पूछताछ जारी थी। वहां पहुंचे साथी लेखपालों ने टीम के सदस्यों से बात करने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहे। टीम सदस्यों ने मामले की बाबत कुछ भी बताने से इंकार करते हुए पूछताछ के बाद ही कोई जानकारी देने की बात कही।

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