भाजपा में राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए संगठन बैठकों का दौर हुआ शुरू, बनाए गए प्रवेक्षक नियुक्त
कई नामों की हो रही चर्चा, भाजपा में अंतिम निर्णय मोदी का
अशोक झा, नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन को लेकर अबतक कई अटकलें चल रही हैं। बीजेपी में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं और राजनीतिक विश्लेषकों के बीच चर्चाएँ तेज हो गई हैं। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में संभावित बदलाव को लेकर विभिन्न नामों की चर्चा हो रही है, और इसके लिए पार्टी ने अपनी तैयारियाँ भी आरम्भ कर दी हैं। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हाल ही में इस पद के चयन की प्रक्रिया के तहत राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी एवं प्रदेश इकाइयों से समन्वय के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की घोषणा की है। यह कदम इस ओर इशारा करता है कि पार्टी अपनी संगठनात्मक संरचना को मजबूत करने के साथ-साथ नेतृत्व परिवर्तन की दिशा में भी सक्रिय हो गई है। भाजपा आलाकमान ने खास तौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे महत्वपूर्ण प्रदेशों के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े को नियुक्त किया है। इस निर्णय को लेकर राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज हो गई हैं कि तावड़े राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। इस नियुक्ति से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि तावड़े को पार्टी में उच्च पदों की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है तथा वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए प्रमुख उम्मीदवार हो सकते हैं। महाराष्ट्र चुनाव में मतदान से एक दिन पहले पैसे बांटने के आरोपों को लेकर तावड़े ख़बरों में आए थे। हालांकि, उन्होंने इसे एक सस्ता हथकंडा बताते हुए विपक्ष पर जोरदार पलटवार किया तथा सुप्रिया सुले समेत कई विपक्षी नेताओं को मानहानि का नोटिस भेजा। राजनीतिक हलकों में यह माना जाता है कि इस पूरे प्रकरण ने महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी को काफी फायदा पहुंचाया। भाजपा के अन्य राष्ट्रीय महासचिवों और पदाधिकारियों को भी विभिन्न राज्यों का केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है किसे मिली जिम्मेदारी:भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश को मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना का केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया गया है। उनके सहयोग के लिए सरोज पांडेय, गजेन्द्र सिंह पटेल और अरविंद मेनन को जिम्मेदारी दी गई है। राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल को पश्चिम बंगाल, असम, झारखंड और हरियाणा का केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया गया है। उनके साथ संजय जायसवाल, अमित मालवीय तथा राजू बिस्टा को तैनात किया गया है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह को हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और उत्तराखंड का पर्यवेक्षक बनाया गया है। उनके साथ श्रीकांत शर्मा, राजकुमार चाहर और सतीश पुनिया होंगे। राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग को केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कर्नाटक और लक्षद्वीप का पर्यवेक्षक बनाया गया है। उनके साथ नलिन कटील, पोन राधाकृष्णन और वानति श्रीनिवासन रहेंगे। राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह को महाराष्ट्र, गोवा, दमन द्वीप और दादर नगर हवेली की जिम्मेदारी दी गई है। राष्ट्रीय महामंत्री राधा मोहन दास अग्रवाल को राजस्थान, पंजाब, चंडीगढ़ और गुजरात का पर्यवेक्षक बनाया गया है। उनके सहयोग के लिए ऋतुराज सिन्हा और अश्विनी शर्मा को जिम्मेदारी दी गई है। राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम को उड़ीसा, अंडमान और निकोबार का पर्यवेक्षक बनाया गया है।उत्तर प्रदेश में विनोद तावड़े के साथ संजीव चौरसिया, संजय भाटिया और लाल सिंह आर्य को जिम्मेदारी दी गई है।