पीएम मोदी अब तक नॉर्थ ईस्ट में 65 बार आए हैं, वे हर बार कुछ न कुछ तोहफा लेकर आए: केंद्रीय मंत्री अमित शाह
बांग्लादेश बोर्डर से अशोक झा:
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को त्रिपुरा पहुंचे। यहां उन्होंने पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) के 72वें पूर्ण सत्र का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पीएम जितनी बार भी यहां आए हैं। कुछ न कुछ देकर गए हैं। शाह ने कहा कि अब निवेश का ईको सिस्टम भी बेहतर होगा।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को त्रिपुरा पहुंचे। यहां उन्होंने पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) के 72 वें पूर्ण सत्र का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, सभी आठ पूर्वोत्तर राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और अधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान शाह ने पूर्वोत्तर के विकास की बात पर जोर दिया। शाह एनईसी के 72 वें पूर्ण सत्र की अध्यक्षता करने के लिए त्रिपुरा पहुंचे थे। यह परिषद पूर्वोत्तर क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए नोडल एजेंसी है। इस क्षेत्र में अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल हैं।कार्यक्रम में शामिल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि इस वर्ष परिषद के कार्यों की प्रगति की समीक्षा के अलावा, क्षेत्र के लिए भविष्य की रूपरेखा पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा।
निवेश का ईको सिस्टम होगा बेहतर- शाह: अमित शाह ने यहां संबोधित करते हुए कहा कि नॉर्थ ईस्ट में पॉजिटिव ईको सिस्टम बनाने का काम कर लिया है, अब निवेश का ईको सिस्टम भी बेहतर होगा। शाह ने कहा कि अब कनेक्टिविटी की समस्या नहीं रही है। नॉर्थ ईस्ट में तेजी से विकास हो रहा है, और आगे भी होता रहेगा।
शाह ने कहा कि पीएम मोदी अब तक नॉर्थ ईस्ट में 65 बार आए हैं, वे हर बार कुछ न कुछ तोहफा लेकर आए हैं. शाह ने कहा कि अब पूर्वोत्तर को श्रेष्ठ भारत के करीब लाना है. हमारी कोशिश है कि पूर्वोत्तर का हर व्यक्ति समद्ध बने।
कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम: ,गृह मंत्री की दो दिनों की यात्रा को ध्यान में रखते हुए राजधानी शहर अगरतला और इसके आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. गृह मंत्री की यात्रा और एनईसी के पूर्ण अधिवेशन के दौरान पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अगरतला और उसके आसपास करीब 2,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) के जवानों को तैनात किया गया है।