पांजीपारा पुलिस पर गोलीकांड का मुख्य आरोपी सज्जाद बांग्लादेश भागने से पहले  पुलिस मुठभेड़ में मारा गया

अशोक झा, सिलीगुड़ी: पांजीपारा घटना का मुख्य आरोपी सज्जाद आलम पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया है। पुलिस का दावा है कि सज्जाक ग्वालपोखर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत साहापुर 2 ग्राम पंचायत के श्रीपुर में सीमा पार कर बांग्लादेश भागने की कोशिश कर रहा था। इस दौरान पुलिस ने तीन राउंड फायरिंग की। फायरिंग के दौरान सज्जाक को गोली लगी। उन्हें घायलावस्था में लोधन अस्पताल ले जाया गया। वहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हाल ही में राज्य के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने कहा था कि अगर बदमाश पुलिस पर एक गोली चलाएंगे तो पुलिस चार गोलियां चलाएगी। इसके बाद राजीव कुमार ने उत्तर दिनाजपुर के पांजीपारा में घटनास्थल का दौरा किया। उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारियों से बातचीत की जा रही है। इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। राज्य पुलिस ने दो पुलिसकर्मियों को गोली मारे जाने की घटना को चुनौती के रूप में लिया। संदेश ऊपर से आता है, और कार्रवाई शीघ्रता से की जानी चाहिए, चाहे कुछ भी हो। पुलिस पर तब और दबाव बढ़ गया जब दो आरोपियों में से एक का बांग्लादेश से संबंध सार्वजनिक हो गया। क्या था पूरा मामला: गौरतलब है कि बुधवार दोपहर इस्लामपुर कोर्ट से रायगंज सुधार गृह ले जाए जा रहे दो आरोपियों को उत्तर दिनाजपुर जिले के पांजीपारा इलाके में पुलिस के सुरक्षाकर्मियों ने उस समय रोक लिया जब उन्होंने पेशाब करने का अनुरोध किया। जब बाहर निकला तो अचानक पुलिस पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। घायल हुए दो पुलिसकर्मियों के नाम नीलकंठ सरकार और देवेन वैश्य हैं। पुलिस अधिकारी, नीलकंठ सरकार और देवेन वैश्य, खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े।परिणामस्वरूप गोलीबारी में दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। कल रात दोनों को सिलीगुड़ी के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। आज भी उनकी शारीरिक स्थिति बिल्कुल स्थिर है। बहरहाल, पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। सभी प्रकार के उपाय किये गए है।
इकरचला कालीबाड़ी इलाके में पुलिस पर गोलीबारी के आरोप लगे थे। गोलीबारी के बाद हत्या के एक मामले में विचाराधीन कैदी सज्जाद आलम फरार हो गया था। तभी से सज्जाक की खोज शुरू हुई। उसके ऊपर पुलिस ने दो लाख रुपए का इनाम रखा था। कई टीम सज्जाक की तलाश कर रही थीं। सीसीटीवी से भी निगरानी की जा रही थी। पुलिस ने कल देर रात तीन गांवों को घेर लिया। तभी जांचकर्ताओं को सज्जाक की गतिविधियों के बारे में पता चला। हालाँकि, जब उसने फिर से पुलिस पर हमला कर भागने की कोशिश की तो पुलिस को मजबूरन गोली चलानी पड़ी।

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