काशी में ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ विद्यार्थियों को किया गया जागरूक
वाराणसी,
सामाजिक संस्था ‘सत्या फाउंडेशन’ द्वारा गुरुवार की सुबह, केन्द्रीय विद्यालय बरेका- कंचनपुर, वाराणसी में ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए ‘सत्या फाउंडेशन’ के सचिव चेतन उपाध्याय ने कहा कि ध्वनि प्रदूषण एक बहुत गंभीर समस्या है जिस पर हम सबको जागरूक होना पड़ेगा और शुरुआत अपने घर से करनी होगी. अपने घर में आयोजित किसी भी कार्यक्रम में दिन के भी दौरान ध्वनि का स्तर कम रखा जाए और रात 10:00 बजते बजते स्विच ऑफ कर दिया जाए. चेतन उपाध्याय ने बताया कि धार्मिक कार्यकर्मो में भी ध्वनि प्रदूषण कानून लागू होता है. आगे बताया कि ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ गुप्त शिकायत करने का भी प्रावधान आ चुका है. अगर शिकायतकर्ता अपना नाम गुप्त रखना चाहे तो 112 नंबर पर कॉल करते समय बस यह बताना होता है कि मेरा नाम और नंबर गुप्त रखा जाए और वास्तव में शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखी जाती है. अगर कोई चाहे तो 112 नंबर सेवा का एक व्हाट्सएप नंबर 7570000100 भी है जिस पर लिखित रूप में शिकायत भेजनी होती है और शिकायत के अंत में यह साफ-साफ लिखना पड़ता है कि कृपया मेरा नाम और नंबर गुप्त रखा जाए. रात 10 बजे स्विच आफ कराने और दिन के दौरान साऊंड का लेवेल कम कराने का प्राविधान है.
हार्न से बचें:-
विद्यार्थियों को यह भी बताया गया कि हार्न के शोर से भी दिल और दिमाग पर विपरीत असर पड़ता है. रात्रि 10:00 से सुबह 6:00 के बीच स्कूटर और मोटरसाइकिल के हार्न पर भी पूर्ण प्रतिबंध है और दिन के दौरान भी स्कूल-कॉलेज-विश्वविद्यालय,अस्पताल- नर्सिंग होम, मंदिर-मस्जिद-गुरुद्वारा-गिरजाघर और कोर्ट- कचहरी के 100 मीटर के दायरे में हॉर्न बजाना पूर्णतया प्रतिबंधित है. हार्न बजाने से बचने के लिए होना यह चाहिए कि हम घर से 10 मिनट जल्दी निकले तो हार्न का उपयोग काफी हद तक कम हो सकता है.
विद्यार्थियों ने हाथ उठा कर शपथ ली कि ना तो वे ध्वनि प्रदूषण करेंगे और अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ 112 नंबर पर शिकायत दर्ज कराएंगे.
आज के कार्यक्रम में डॉ. विनीता राय, श्रीमती पल्ल्ववी ठाकुर, श्री जय प्रकाश शर्मा सहित सभी शिक्षक-शिक्षिकायें उपस्थित थे.