बांदा में कर्ज से परेशान किसान ने फांसी लगाकर जान दी
ओलावृष्टि से फसल हो गयी बर्बाद, प्राइवेट कंपनी का था छह लाख का कर्ज
बांदा। प्राइवेट कंपनी से लिया गया छह लाख रुपए का ऋण और खेत में बोई गई फसल की बर्बादी से परेशान किसान ने घर के आंगन में रस्सी से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। काफी देर बाद स्वजनों ने देखा तो कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया है।
मरका निवासी संतोष (42) के पास पांच बीघा जमीन है। उसने अबकी बार गेहूं और चने की फसल बोई थी। लेकिन ओलावृष्टि और बारिश की वजह से उसकी फसल बर्बाद हो गई। इधर संतोष ने प्राइवेट कंपनी से छह लाख रुपए का कर्ज भी ले रखा था। जिसकी वसूली के लिए कंपनी के कर्मचारी लगातार तगादा कर रहे थे। इसी से परेशान होकर किसान ने गुरुवार की दोपहर घर के आंगन में लकड़ी की बल्ली में रस्सी फंसाकर गले में फंदा कसकर खुदकुशी कर ली।
मृतक के बड़े भाई कृष्णपाल ने बताया कि अक्टूबर 2023 में संतोष ने नया ट्रैक्टर लिया था। इसके साथ ही दिसंबर माह में प्राइवेट कंपनी से छह लाख रुपए का ऋण लिया था। तीन दिन पहले किश्त लेने वाले कुछ लोग आए थे। कर्ज की भरपाई न होने और फसल बर्बाद होने की वजह से संतोष ने गले में फंदा कसकर खुदकुशी कर ली। मरका थाना पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।