मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा और उद्घाटन के लिए पूरी तरह तैयार नॉर्थ सिटी मंदिर
सिलीगुड़ी: आठ जुलाई से लगातार वैदिक मंत्रोचारण के साथ मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा और मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम को आज अंतिम रूप दिया गया। मंदिर को रोशनी से नहा दिया गया है। सुसज्जित लाइट के बीच 11 जुलाई दिन के निर्धारित समय 11 बजे मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा। सीताराम डालमिया ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस मौके पर मुख्य यजमानों के साथ शहर ओर नॉर्थ सिटी सोसाइटी के 200 परिवार भी उपस्थित रहेंगे।
क्यों खास है यहां मंदिर का निर्माण
यह शहर के पॉश इलाके सेवक रोड के निकट अवस्थित है। इस सोसायटी में अनेकता में एकता दिखाई देता है। अनुशासन के साथ सुरक्षा यहां की सबसे ज्यादा अहमियत है। सबसे मजे की बात यह है कि 10 एकड़ जमीन पर तैयार 15 बहुमंजिला इमारतों का यह एक मिनी शहर जैसा है। सुबह की सैर के साथ मंदिर की घंटी और आरती की आवाज लोगों को सकून पहुंचाएगा। व्यापार और कामकाज में व्यस्त यहां के लोग मंदिर में पूजा के मौका पर एक दूसरे से मिलकर अपना सुख दुःख बांट सकेंगे। जानकारों का कहना है कि वर्ष 2011 में आए भीषण भूकंप में शहर के दर्जनों बिल्डिंग धराशाही हुए थे लेकिन इस सोसायटी के एक भी बिल्डिंग में दरार तक नहीं आई थी। इसे भगवान का आशीर्वाद मान तभी से मंदिर निर्माण की इच्छा थी।
मंदिर निर्माण के सहभागी : कहते है कि गृह विभाग के अनुमति के बिना तो कुछ संभव ही नहीं होता। कुछ ऐसा ही इस मंदिर निर्माण में भी हुआ। व्यापारियों के मन में गृह विभाग यानी कि उनकी धर्म पत्नियों ने इस मंदिर निर्माण के लिए प्रेरित किया और सीताराम डालमिया जिनके नाम में ही सीता और राम है ने आगे बढ़कर इस निर्माण का बागडोर संभाला। इसमें बतौर सहयोगी सहयोग कर रहे है रूपेश अग्रवाल, अनिल सिंघल, रवि अग्रवाल, संदीप महेश्वरी, विश्वनाथ रामपुरिया, रमेश मित्तल, विजय अग्रवाल, राजाराम, मनमोहन गुप्ता, गजानंद अग्रवाल, अरुण अग्रवाल, पुरषोत्तम अग्रवाल और महेश अग्रवाल आदि शामिल है। मंदिर निर्माण और मूर्ति स्थापना को लेकर सीताराम डालमिया ने बताया की इस सोसाइटी में 200 परिवार रहते है। किसी भी पूजा और पर्व के लिए भीड़भाड़ वाले इस शहर में परिवार के लोगों को धक्का खाना पड़ता था।लेकिन कल के बाद ऐसा नहीं होगा। रिपोर्ट अशोक झा