बिहार के पूर्णिया में करोड़ों की लूट, बंगाल के मालदा पहुंचे लुटेरे
शरण देने वाला आया पुलिस के शिकंजे में अबतक छह गिरफ्तार
अशोक झा, सिलीगुड़ी: तनिष्क शोरूम पूर्णिया में हुए लूटकांड के मामले में पुलिस को कुछ नये तथ्य मिले हैं. इस मामले में गठित पुलिस की विशेष टीम को पश्चिम बंगाल के मालदा से और पटना से दो अपराधियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है।
लूटकांड में गठित पुलिस की विशेष टीम ने दो और अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कालिया चक थाना क्षेत्र के मोजमपुर बालुग्राम का मो सानिउल शेख शामिल है। पुलिस ने जब इससे पूछताछ की तो इसने कई राज उगले हैं. पुलिस को इसने बताया कि किस तरह इनाम की राशि जानकर इसका भी मन बदलने लगा था।
CCTV फुटेज खंगालकर बंगाल पहुंची पुलिस, धराया सनिउल शेख: पूर्णिया के तनिष्क शोरूम लूटकांड में अबतक आधा दर्जन अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।तनिष्क का मार्का लगा हीरे की अंगूठी समेत घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल वगैरह पुलिस ने बरामद किया है। पुलिस ने बिहार से सटे बंगाल के सीमावर्ती इलाके के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो कई सुराग हाथ लगे। जिसके बाद पुलिस सानिउल शेख तक पहुंची। जो सीसीटीवी में उन बदमाशों को रास्ता दिखा रहा था।
फुटेज को ही खंगालती हुई पुलिस सानिउल शेख तक जा पहुंची।
पटना में अपराधियों को पूरी सुविधा मुहैया कराता था ये शख्स, पूर्णिया के तनिष्क शोरूम लूटकांड की जांच में खुला राज। इनमें बंगाल के मालदा जिले के कालियाचक थाना क्षेत्र के मोजमपुर बालुग्राम का मो सानिउल शेख एवं वैशाली जिले के विदुपुर थाना अंतर्गत मझौली के कुंदन कुमार हैं। पुलिस ने तनिष्क शोरूम से लूटी गयी मार्का लगी एक हीरा जड़ित अंगूठी, घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल, एक अन्य मोटरसाइकिल, घटना में प्रयुक्त दो काले हेलमेट, अभियुक्त का खून लगा कपड़ा और मास्क बरामद किया है।इनको लेकर इस मामले में अब तक छह अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
लूटी गयी ज्वेलरी में से एक हीरा जड़ित अंगूठी बरामद: सहायक खजांची थाने में एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि तनिष्क शोरूम लूटकांड में गठित विशेष छापामारी टीम ने घटनास्थल से लेकर पूर्णिया और कटिहार के रास्ते पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र तक उन सभी सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, जिस रास्ते से बदमाश भागे थे। सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन के आधार पर ही विशेष टीम कालियाचक तक पहुंची. वहां पाया गया कि युवक उन बदमाशों को रास्ता दिखा रहा है. उसकी पहचान कर उसे मालदा पुलिस की मदद से निरुद्ध कर पूछताछ की गयी. उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त तीन मोटर साइकिल, एक अन्य मोटर साइकिल के अलावा लूटी गयी प्लेटिनम गोल्ड की हीरा जड़ित तनिष्क शोरूम मार्का लगी अंगूठी बरामद की गयी. साथ ही अपराधियों द्वारा पहना हुआ खून लगा टी शर्ट, जींस पैंट, मास्क आदि भी बरामद किया गया। बेउर जेल में बंद प्रिंस का छोटा भाई है गिरफ्तार कुंदन:अनुसंधान के क्रम में एक अन्य छापेमारी दल ने पैसा भेजनेवाले वैशाली विदुपुर मझौली के कुंदन कुमार की पटना से गिरफ्तारी की है। उसने अपराधियों को आर्थिक सहायता देने की बात स्वीकार की है। वह पटना के बेउर जेल में बंद चंदन उर्फ प्रिंस का छोटा भाई है। उसने सांठ-गाठ कर तनिष्क ज्वेलरी लूटकांड के इस काम में संलिप्त अपराधियों को आर्थिक सहायता पहुंचायी। अबतक मिले साक्ष्यों के आधार पर वर्तमान में भी जिला पुलिस एवं एसटीएफ की कई संयुक्त टीमें अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं लूटे गये ज्वेलरी की बरामदगी के लिए छापेमारी कर रही हैं।लूट के बाद सभी लुटेरे मालदा जिले के कालियाचक पहुंचे: तनिष्क ज्वेलरी लूटकांड में चुनमुन झा भी सीधे तौर पर शामिल था। घटना को अंजाम देकर मालदा जिले के कालियाचक वह भी अपराधियों के साथ पहुंचा था। कालियाचक से गिरफ्तार मो सनिउल शेख से पुलिसिया पूछताछ में यह खुलासा हुआ है.सनिउल शेख ने पुलिस को बताया कि तीन वर्ष पहले चुनमुन झा से उसकी मुलाकात दिल्ली में हुई थी। दिल्ली में वह राजमिस्त्री का काम करता था और चुनमुन झा वहीं सरिया लगाने का काम करता था।वहीं चुनमुन से उसकी जान-पहचान हुई और तब से संपर्क में था। उसने बताया कि तीन बाइक पर सवार छह युवक पहुंचे थे। इनमें एक चुनमुन झा भी था. चुनमुन के हाथ में जख्म था। उसके अलावा एक अन्य युवक का भी हाथ जख्मी था। दोनों का स्थानीय स्तर पर इलाज कराया गया. रात में उन सबों ने उसके घर पराठा सब्जी खाया। सभी अपनी बाइक वहीं रखकर टोटो से कहीं अन्य जगह चले गये। उसने बताया कि घटना के दूसरे दिन समाचार पत्रों में पुलिस द्वारा तीन लाख के इनाम की घोषणा देखी, तो बहुत पछतावा हुआ। उसने बताया कि अगर वह पहले इनाम के बारे में जान जाता, तो सभी अपराधियों को पूर्णिया पुलिस को पकड़वा देता।
ठिकाने तक पहुंचने के लिए 170 किमी की दूरी तय की अपराधियों के ठिकाने तक पहुंचने में पुलिस की टीम को पूर्णिया से 170 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ी। सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया की जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर कटिहार के मनिहारी पहुंचे। मनिहारी से लाभा पुल पार कर रोशना पहुंचे, जो मालदा जिले में पड़ता है। वहां मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कालियाचक पहुंचे, जहां सभी अपराधी आकर सनाउल शेख के घर रुके थे।
लुटेरों ने सनिउल शेख के यहां ली थी शरण: तनिष्क ज्वेलरी लूटकांड में चुनमुन झा नाम के एक युवक का नाम सामने आया। इस सनिउल शेख ने पुलिस को बताया कि वो करीब तीन साल पहले दिल्ली में उससे मिला था। सनिउल शेख वहां राजमिस्त्री तो चुनमुन झा वहीं सरिया लगाने का काम करता था। तब से दोनों एकदूसरे से संपर्क में थे। सनिउल शेख ने पुलिस को बताया कि चुनमुन झा व पांच अन्य युवक तीन बाइक पर सवार होकर उसके पास पहुंचे थे। चुनमुन समेत दो युवकों के हाथ में जख्म था। दोनों का इलाज कराया गया। रात में सभी उसके ही घर पर रूके और पराठा सब्जी खाए। ये युवक अपनी बाइक वहीं रख गए और बैट्री रिक्शा से कहीं चले गए थे। ईनाम की राशि जानकर पछताने लगा था सनिउल शेख
सनिउल शेख ने पुलिस को बताया कि जब उसने पूर्णिया लूटकांड के दूसरे दिन समाचार पत्रों के माध्यम से यह जाना कि इन सबके ऊपर ईनाम की घोषणा कर दी गयी है और अपराधियों का पता बताने वाले को पुलिस तीन लाख रुपए देगी तो उसे बहुत पछतावा हुआ। बताया कि अगर उसे पहले से इस इनाम के बारे में पता होता तो वो इन अपराधियों को पुलिस से पकड़वा भी देता।गौरतलब है कि पूर्णिया पुलिस ने अपराधियों के ऊपर तीन लाख रुपए का इनाम रखा हुआ था।